Move to Jagran APP

सपा में टिकट को लेकर घमासान, फूलपुर सीट के लिए दावेदारी बढ़ी; इलाहाबाद पर भी ऊहापोह

फूलपुर संसदीय सीट से टिकट की दावेदारी जताने वालों की शुरुआत में संख्या सात थी लेकिन धीरे-धीरे दावेदारों की संख्या दहाई तक पहुंच गई है। इसमें वर्तमान विधायक पूर्व विधायक पूर्व सांसद पूर्व एमएलसी पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ ही पार्टी के वर्तमान के कुछ पदाधिकारियों के साथ ही पहले चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार भी शामिल हैं। सभी ने अपना पूरा जोर लगाया हुआ है।

By rajendra yadav Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 13 Apr 2024 08:56 PM (IST)
Hero Image
सपा में फूलपुर सीट के लिए टिकट की दावेदारी बढ़ी
राजेंद्र यादव, प्रयागराज। Allahabad Lok Sabha Seat: समाजवादी पार्टी से फूलपुर संसदीय सीट के लिए टिकट चाहने वालों ने पार्टी कार्यालय लखनऊ में डेरा डाल दिया है। दो दिन से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की अति व्यस्तता के चलते उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है। हालांकि, वह राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात करने के बाद ही यहां लौटेंगे, क्योंकि चंद दिनों में टिकट घोषित हो जाएगा।

फूलपुर संसदीय सीट से टिकट की दावेदारी जताने वालों की शुरुआत में संख्या सात थी, लेकिन धीरे-धीरे दावेदारों की संख्या दहाई तक पहुंच गई है।

इसमें वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व एमएलसी, पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ ही पार्टी के वर्तमान के कुछ पदाधिकारियों के साथ ही पहले चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार भी शामिल हैं। सभी ने अपना पूरा जोर लगाया हुआ है। इसके लिए इन सभी को लखनऊ में कैंप करना पड़ रहा है। सभी के अपने-अपने दावे भी हैं। साथ ही सीट को जीतने का दम भी वह भर रहे हैं।

सपा कार्यकर्ताओं में असांमजस की स्थिति

जातीय समीकरण से लेकर क्षेत्र में अपनी पैठ के बारे में भी बिंदुवार बताने की तैयारी इन सभी की है। इतना ही नहीं, क्षेत्र में कितनी बैठकें की गईं?, कितने लोगों को पार्टी से जोड़ा गया? आदि को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को बताने की तैयारी है। एक तरफ यह सब चल रहा है तो दूसरी ओर पार्टी के कार्यकर्ता असामंजस्य की स्थिति है। उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि किसका प्रचार शुरू करें।

वहीं, भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रचार को और तेज कर दिया है। ऐसी स्थिति में सपा कार्यकर्ता और परेशान हो गए हैं। वह शीघ्र उम्मीदवार की घोषणा करने की बात कह रहे हैं। गंगापार अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि टिकट के दावेदार कई हैं। जिले में छठवें चरण में मतदान हैं। ऐसे में शीर्ष नेतृत्व द्वारा जल्द ही प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।

इलाहाबाद संसदीय सीट पर भी ऊहापोह

इलाहाबाद संसदीय सीट पर भी कांग्रेस ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं है। कांग्रेस-सपा में गठबंधन के बाद सपा ने यह सीट कांग्रेस को दे दी थी। सपा के पूर्व मंत्री उज्जवल रमण सिंह टिकट लेने के लिए सपा छोड़कर कांग्रेस में भी शामिल हो गए हैं। वह लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक उनको उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। ऐसे में आइएनडीआइए गठबंधन के कार्यकर्ताओं में ऊहापोह की स्थिति है।

हंडिया व प्रतापपुर पहुंच रहे सपाई

आइएनडीआइए गठबंधन के तहत इलाहाबाद, फूलपुर संसदीय सीट पर उम्मीदवार घोषित न करने से परेशान पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता हंडिया व प्रतापपुर का रुख कर रहे हैं। यह दोनों विधानसभा क्षेत्र भदोही संसदीय सीट में हैं। इस सीट को गठबंधन ने तृणमूल कांग्रेस को दिया है।

तृणमूल कांग्रेस ने यहां से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। ऐसे में इन दोनों विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह सभाएं हो रही हैं। इलाहाबाद, फूलपुर संसदीय सीट के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने इन्हीं दोनों विधानसभा क्षेत्रों में डेरा डाल दिया है। वह गठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने में जुट गए हैं।

यह भी पढ़ें- UP के इस सीट का बदलता रहा है सियासी मिजाज, हर बार नए चेहरे पर दांव लगाती है BJP; मनोज सिन्हा भी आजमा चुके हैं भाग्य

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।