सपा में टिकट को लेकर घमासान, फूलपुर सीट के लिए दावेदारी बढ़ी; इलाहाबाद पर भी ऊहापोह
फूलपुर संसदीय सीट से टिकट की दावेदारी जताने वालों की शुरुआत में संख्या सात थी लेकिन धीरे-धीरे दावेदारों की संख्या दहाई तक पहुंच गई है। इसमें वर्तमान विधायक पूर्व विधायक पूर्व सांसद पूर्व एमएलसी पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ ही पार्टी के वर्तमान के कुछ पदाधिकारियों के साथ ही पहले चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार भी शामिल हैं। सभी ने अपना पूरा जोर लगाया हुआ है।
राजेंद्र यादव, प्रयागराज। Allahabad Lok Sabha Seat: समाजवादी पार्टी से फूलपुर संसदीय सीट के लिए टिकट चाहने वालों ने पार्टी कार्यालय लखनऊ में डेरा डाल दिया है। दो दिन से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की अति व्यस्तता के चलते उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है। हालांकि, वह राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात करने के बाद ही यहां लौटेंगे, क्योंकि चंद दिनों में टिकट घोषित हो जाएगा।
फूलपुर संसदीय सीट से टिकट की दावेदारी जताने वालों की शुरुआत में संख्या सात थी, लेकिन धीरे-धीरे दावेदारों की संख्या दहाई तक पहुंच गई है।इसमें वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व एमएलसी, पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ ही पार्टी के वर्तमान के कुछ पदाधिकारियों के साथ ही पहले चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार भी शामिल हैं। सभी ने अपना पूरा जोर लगाया हुआ है। इसके लिए इन सभी को लखनऊ में कैंप करना पड़ रहा है। सभी के अपने-अपने दावे भी हैं। साथ ही सीट को जीतने का दम भी वह भर रहे हैं।
सपा कार्यकर्ताओं में असांमजस की स्थिति
जातीय समीकरण से लेकर क्षेत्र में अपनी पैठ के बारे में भी बिंदुवार बताने की तैयारी इन सभी की है। इतना ही नहीं, क्षेत्र में कितनी बैठकें की गईं?, कितने लोगों को पार्टी से जोड़ा गया? आदि को भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को बताने की तैयारी है। एक तरफ यह सब चल रहा है तो दूसरी ओर पार्टी के कार्यकर्ता असामंजस्य की स्थिति है। उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि किसका प्रचार शुरू करें।
वहीं, भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रचार को और तेज कर दिया है। ऐसी स्थिति में सपा कार्यकर्ता और परेशान हो गए हैं। वह शीघ्र उम्मीदवार की घोषणा करने की बात कह रहे हैं। गंगापार अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि टिकट के दावेदार कई हैं। जिले में छठवें चरण में मतदान हैं। ऐसे में शीर्ष नेतृत्व द्वारा जल्द ही प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
इलाहाबाद संसदीय सीट पर भी ऊहापोह
इलाहाबाद संसदीय सीट पर भी कांग्रेस ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं है। कांग्रेस-सपा में गठबंधन के बाद सपा ने यह सीट कांग्रेस को दे दी थी। सपा के पूर्व मंत्री उज्जवल रमण सिंह टिकट लेने के लिए सपा छोड़कर कांग्रेस में भी शामिल हो गए हैं। वह लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक उनको उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। ऐसे में आइएनडीआइए गठबंधन के कार्यकर्ताओं में ऊहापोह की स्थिति है।
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