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Prayagraj News: कमिश्नर ने बच्‍चे को दी अपनी कुर्सी लेकिन अस्पताल ने नहीं दी एंबुलेंस, 40 KM दूर ऐसे पहुंचा घर

बारा तहसील के धरा गांव निवासी कैंसर पीड़ित सचिन के स्वास्थ्य में मामूली सुधार हुआ है। उसे बुधवार को एसआरएन अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि चिकित्सकों ने उसे 30 जुलाई को फिर बुलाया है तब उसकी जांच कराई जाएगी। बच्चे के बारे में पता चलने पर सोमवार की शाम मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने उसे अपनी कुर्सी पर बैठाया था।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 18 Jul 2024 01:02 PM (IST)
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मंडलायुक्त की कुर्सी पर बैठे सचिन को गुलदस्ता देते कमिश्नर विजय विश्वास पंतl जागरण आर्काइव

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। कैंसर से ग्रसित 10 वर्ष के जिस सचिन का हौसला बढ़ाने के लिए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने अपनी कुर्सी तक दे दी, उसे घर जाने के लिए एसआरएन अस्पताल से एंबुलेंस तक नहीं मिल सकी। परिवार के लोग मजबूरी में इस जटिल हालत में सचिन को ई-रिक्शा से लगभग 40 किमी दूर स्थित अपने घर ले गए।

बारा तहसील के धरा गांव निवासी कैंसर से ग्रसित सचिन के स्वास्थ्य में मामूली सुधार हुआ है, जिससे उसे बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि चिकित्सकों उसे 30 जुलाई को फिर बुलाया है, तब उसकी जांच कराई जाएगी।

मंगलवार को अस्पताल में सचिन की कीमोथेरेपी की गई। जिससे उसकी सेहत में थोड़ा सुधार हो गया। बुधवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई तो पिता रामधनी प्रजापति ने एंबुलेंस के लिए डा.देव कुमार यादव को फोन किया। उन्होंने अपने जूनियर डा.विनय से बात करने को कहा।

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विनय से बात की तो उन्होंने कहा कि एंबुलेंस नहीं मिल पाएगी। इस पर रामधनी ने एक ई-रिक्शा बुक किया और बेटे को घर ले गए। इसकी जानकारी रात में मंडलायुक्त को हुई तो उन्होंने नाराजगी जताई।

कहा कि अब सचिन की जब भी कीमोथेरेपी होगी अथवा कोई अन्य जांच होगी तो उसकी तारीख पर सीधे सीएमओ एंबुलेंस से लेकर इलाज का प्रबंध करेंगे।

दूसरी ओर अब सचिन का घर पक्का होगा। अंत्योदय तथा आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन करा दिए गए हैं। सचिन के पिता रामधनी प्रजापति ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला था मगर मकान पूरा नहीं बन सका है।

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इस पर परियोजना निदेशक एके मौर्य ने जल्द ही मकान का कार्य पूरा कराने के लिए निर्देश दिए। वहीं डीएसओ ने अंत्योदय कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू दी है। सीएमओ की ओर से आयुष्मान कार्ड भी बनवाने के लिए आनलाइन आवेदन करा दिया गया है।

शुक्रवार को रामधनी को इन अधिकारियों के कार्यालय में फिर बुलाया गया है। लगभग 10 वर्षीय सचिन को पीजीआइ लखनऊ से जवाब मिल चुका है। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस बच्चे के बारे में पता चलने पर सोमवार की शाम मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने उसे अपनी कुर्सी पर बैठाया था। अपर आयुक्त पुष्पराज सिंह ने डीएसओ और सीएमओ से योजनाओं के लाभ के लिए वार्ता की थी।

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