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Mauni Amavasya 2024: मौनी के महास्नान के लिए संगम पर उमड़ने लगी आस्था, डेढ़ करोड़ श्रद्धालु लगाएंगे पुण्य की डुबकी

Mauni Amavasya माघ मेला के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या को लेकर दो दिन पहले ही श्रद्धालु संगम की रेती पर पहुंचने लगे। मेला प्रशासन का अनुमान है कि इस मुख्य पर्व पर लगभग डेढ़ करोड़ श्रद्धालु पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। इसके मुताबिक ही सभी तैयारियां की गई हैं। वैसे तो मकर संक्रांति स्नान पर्व से ही संगम की रेती पर तंबुओं नगरी बस गई थी।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Thu, 08 Feb 2024 11:14 AM (IST)
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मौनी के महास्नान के लिए संगम पर उमड़ने लगी आस्था, डेढ़ करोड़ श्रद्धालु लगाएंगे पुण्य की डुबकी
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। माघ मेला के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या को लेकर दो दिन पहले ही श्रद्धालु संगम की रेती पर पहुंचने लगे। शुक्रवार को मौनी अमावस्या का महास्नान है मगर बुधवार से ही कल्पवासियों व साधु-संतों के शिविर, कुटिया फुल होने लगे थे। शाम तक लाखों की संख्या में स्नानार्थी पहुंच चुके थे।

वैसे मेला प्रशासन का अनुमान है कि इस मुख्य पर्व पर लगभग डेढ़ करोड़ श्रद्धालु पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। इसके मुताबिक ही सभी तैयारियां की गई हैं। वैसे तो मकर संक्रांति स्नान पर्व से ही संगम की रेती पर तंबुओं नगरी बस गई थी।

तन गए हैं दो लाख तंबू

पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर तो पूरी तरह से यह आबाद हो गई थी। लगभग दो लाख तंबू तन गए हैं। करीब चार लाख संत-महात्मा, कल्पवासी और धार्मिक संस्थाओं के लोग मेला में पधार चुके हैं। गुरुवार शाम तक मेला क्षेत्र लाखों श्रद्धालु पदार्पण कर लेंगे। इस बार गंगा की धारा अद्भुत है। ठीक संगम पर तीन दिशाओं पर स्नान हो सकेगा। इसके लिए तीनों दिशाओं में स्नान घाट बना दिए गए हैं।

संगम पर तीन दिशाओं में स्नान घाट तैयार

मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि संगम समेत कुल 12 घाट आठ हजार रनिंग फीट में बनाए गए हैं, जहां लगभग हर मिनट 15 से 16 हजार श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। महाकुंभ के ट्रायल के तौर पर इस बार माघ मेला का आयोजन हो रहा है। इसलिए इस स्नान पर्व पर विशेष व्यवस्था की गई है। स्नान घाटों पर महिलाओं के लिए चार हजार से ज्यादा चेंजिंग रूम लगाए गए हैं। संगम पर तीन दिशाओं में स्नान घाट तैयार हो गए हैं। एक तो संगम नोज पर वृहद घाट बनाया गया है, दूसरा संगम नोज के ठीक सामने अरैल व तीसरा झूंसी साइड में घाट तैयार कराया गया है।

कर ली गई है पूरी व्यवस्था

लगभग आठ सौ हेक्टेयर क्षेत्रफल में बसे माघ मेला में सभी स्नान घाटों पर कांसा बिछा दिया गया है। अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि कुल 18 हजार टॉयलेट और साढ़े तीन हजार यूरिनल लगाए गए हैं। मेला के परेड ग्राउंड व स्नान घाटों समेत विशेष स्थानों पर 1800 फैब्रिकेटेड रीइन्फोर्समेंट प्लास्टिक (एफआरपी) के टॉयलेट लगवाए गए हैं। उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ला ने बताया कि वाटर एटीएम तथा पीने के पानी का भी प्रबंध कराया गया है।

आठ सुपर जोनल मजिस्ट्रेट तैनात

सबसे बड़े स्नान पर्व के लिए शहर से लेकर संगम तक एडीएम रैंक के आठ अधिकारियों को सुपर जोनल मजिस्ट्रेट के तौर पर लगाया गया है। इसके अलावा 20 जोनल व 80 सेक्टर मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है। विभिन्न विभागों के 200 जिला स्तरीय अधिकारियों की तैनाती की गई है। मेला प्रशासन की ओर से संगम नोज, वीआईपी घाट समेत अन्य स्नान घाटों, पांटून पुलों, अरैल तथा प्रमुख मार्गों व पार्किंग स्थलों पर मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। शहर में रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, होल्डिंग एरिया, प्रमुख चौराहों, मुख्य मार्गों व पार्किंग स्थलों में मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई है। जंक्शन स्टेशन को सुपर जोन घोषित करते हुए सुपर जोनल अधिकारी लगाया गया है।

बनाए गए हैं चार सुपर जोन

मेला क्षेत्र में चार सुपर जोन हैं। प्रथम सुपर जोन सेक्टर एक व दो तथा अरैल सब सेक्टर में सुपर जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इसी तरह सेक्टर तीन, चार व पांच में एक सुपर जोनल मजिस्ट्रेट को लगाया गया है। इनके साथ स्नान घाटों व पांटून पुलों पर पर भी मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। एडीएम सिटी मदन कुमार ने बताया कि स्नान पर्व को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती गुरुवार से ही शुरू हो जाएगी।

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