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मशहूर उद्यमी झुनझुनवालाल की 814 करोड़ की संपत्‍त‍ि अटैच, CBI के केस के आधार पर ED ने दर्ज किया था केस

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेवीएल एग्रो के प्रमोटर सत्यनारायण झुनझुनवालाा और आदर्श झुनझुनवाला की 814 करोड़ रुपये की संपत्‍त‍ि को ED प्रयागराज की टीम ने अटैच किया। मशहूर उद्यमी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के इस एक्शन से खलबली मची हुई है। बताते चलें कि ED ने 21 जून 2024 को झुनझुनवाला और उनके करीबियों के 12 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Wed, 31 Jul 2024 09:21 PM (IST)
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तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की प्रयागराज टीम ने जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रमोटर सत्य नारायण झुनझुनवालाा और आदर्श झुनझुनवाला की 814 करोड़ रुपये की संपत्‍त‍ि को अटैच किया है। ईडी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी और चंदौली, बिहार के रोहतास, नई दिल्ली के पालम और महाराष्ट्र के रायगढ़ में स्थित 521 एकड़ भूमि को अनंतिम रूप से कुर्क किया है।

मनी लांड्रिंग केस में इस कार्रवाई से वाराणसी के प्रमुख तेल कारोबारी और उद्यमी झुनझुनवालाल के करीबियों में खलबली मच गई है। ईडी की टीम अभी और संपत्तियों का पता लगा रही, जिस पर बाद में कार्रवाई की जाएगी।

बताया गया है CBI लखनऊ ने जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। सीबीआइ के केस के आधार पर ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।

इसके बाद जांच को आगे बढ़ाते हुए 21 जून 2024 को जेवीएल ग्रुप ऑफ कंपनीज, सत्य नारायण झुनझुनवाला, उनके परिवार के सदस्यों, करीबी सहयोगियों के 12 ठिकानों पर सर्च आपरेशन चलाया गया।

इस दौरान फंड के डायवर्जन से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और रिकार्ड बरामद हुए थे। उनकी जांच में पता चला कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल में इकाइयों वाली जेवीएल विभिन्न खाद्य तेलों के विनिर्माण और व्यापार में शामिल थी।

कंपनी अपनी विदेशी सहायक कंपनी जेवीएल ओवरसीज पीटीई लिमिटेड, सिंगापुर के माध्यम से सिंगापुर, मलेशिया कच्चे तेल का आयात करती थी। जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने हेरफेर किए हुए और बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए गए वित्तीय विवरणों को जमा करके बैंकों से लोन का लाभ उठाया। साथ ही विभिन्न समूह संस्थाओं के माध्यम से अपने फंड को डायवर्ट किया।

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