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Flood Alert: संगम नगरी में उफान पर गंगा-यमुना, जलस्तर चेतावनी बिंदु के पार; घाटों पर स्नान-फोटोग्राफी पर रोक

Flood Alert In Prayagraj संगम नगरी प्रयागराज बाढ़ की चपेट में आ गई है। गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। निचले इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए स्नान घाटों पर स्नान सेल्फी लेने व फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी पर रोक लगा दी गई है।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Riya Pandey Updated: Sun, 15 Sep 2024 05:49 PM (IST)
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गंगा-यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पास

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। तीन दिनों से बढ़ रहे नदियों के पानी के चलते संगम नगरी बाढ़ की चपेट में आ गई है। रविवार शाम गंगा और यमुना का जल स्तर चेतावनी बिंदु पार करते हुए खतरे के निशान के पास पहुंच गया है।

उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में वर्षा के चलते गंगा का जल स्तर बढ़ा है, जबकि मध्य प्रदेश, राजस्थान व बुंदेलखंड क्षेत्र समेत दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के कारण यमुना नदी का पानी बढ़ गया है।

नदियों का जलस्तर बढ़ने से हाई अलर्ट घोषित

दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। निचले इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए स्नान घाटों पर स्नान, सेल्फी लेने व फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी पर रोक लगा दी गई है। 60 से ज्यादा स्टीमर, मोटर बोट व 800 नावें लगाई गई हैं।

एक दर्जन मोहल्लों में भरा पानी

एनडीआरएफ की एक, एसडीआरएफ की दो, पीएसी बाढ़ राहत दल की दो, जल पुलिस की एक कंपनी लगा दी गई है। तटीय इलाकों में बसे लोगों के घरों में पानी घुस गया है। बघाड़ा समेत एक दर्जन मोहल्लों की दो दर्जन से ज्यादा गलियों में पानी भर गया है।

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दो बाढ़ राहत शिविरों एनीबेसेंट इंटर कालेज व ऋषिकुल विद्यालय में 100 से ज्यादा लोग शरण ले चुके हैं। फूलपुर तथा करछना तहसील के कई गांवों के मार्ग भी डूबे हैं। हजारों बीघा फसल डूब गई है। रविवार शाम गंगा का जल स्तर 83.92 तो यमुना का जल स्तर 83.78 मीटर पहुंच गया। लाल निशान 84.73 मीटर है।

बाढ़ का पानी अब कम होने की उम्मीद है। फिर भी दो बाढ़ राहत शिविरों का संचालन हो रहा है, जिनमें लगभग 40 परिवार शरण ले चुके हैं। निचले इलाकों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को बाढ़ राहत सामग्री की किट भी भेजी जा रही है।

-विनय कुमार सिंह, आपदा प्रभारी व एडीएम वित्त व राजस्व

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