महाकुंभ में श्रद्धालुओं को मिलेगी एयर एंबुलेंस की मुफ्त सेवा। प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए यह व्यवस्था की है। किसी भी श्रद्धालु की जान जोखिम में होने पर उसे एम्स दिल्ली या एसजीपीजीआई रेफर किया जाएगा और एयर एंबुलेंस से भेजा जाएगा। यह सेवा पूरी तरह से निःशुल्क होगी। एयर एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी की एएलएस एंबुलेंस से बमरौली के लिए भेज दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ में प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए ऐसी चाकचौबंद व्यवस्था की है जिसमें एयर एंबुलेंस तक की सुविधा फ्री में दी जाएगी। मेला क्षेत्र के अस्पतालों में किसी भी श्रद्धालु की जान सांसत में पड़ी, एम्स दिल्ली या एसजीपीजीआई रेफर करने की नौबत आई तो मेला प्राधिकरण के पैनल से अनुमति लेकर उसे एयर एंबुलेंस से भेजा जाएगा।
जिस कंपनी की एयर एंबुलेंस रहेगी उसी की एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम) एंबुलेंस, मरीज को अस्पताल से बमरौली हवाई अड्डे तक ले जाएगी। जिस हवाई अड्डे पर एयर एंबुलेंस उतरेगी वहां से संबंधित अस्पताल तक दूसरी एएलएस की सेवा रहेगी।
एयर एंबुलेंस सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग और मेला प्राधिकरण के संयुक्त समझौता पत्र पर प्रोटोकाल तैयार होना है। इसमें मरीजों को एम्स या एसजीपीजीआइ भेजने के नियम निर्धारित किए जाएंगे। एक बात समान रहेगी कि मरीज की श्रेणी में कोई भेद नहीं रखा जाएगा और एयर एंबुलेंस की सेवा उसे फ्री में दी जाएगी।
एयर एंबुलेंस के बारे में बताया गया है कि यह बमरौली के सिविल हवाई अड्डे पर पार्क रहेगी। इसमें एक डाक्टर और एक तकनीकी सहायक की तैनाती रहेगी। वेंटिलेटर व अन्य जीवन रक्षक उपकरण, दवाओं की उपलब्धता रहेगी।
इसे भी पढ़ें-यूपी में अगले सप्ताह फिर उमड़-घुमड़ कर आ सकते बादल, हो सकती है झमाझम बारिशकिसी मरीज की स्थिति गंभीर देखी जाएगी तो फौरन उसे दिल्ली या लखनऊ रेफर करने के लिए मेला प्राधिकरण के पैनल को सूचित किया जाएगा। वहां से अनुमति मिलते ही एयर एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी की एएलएस एंबुलेंस से बमरौली के लिए भेज दिया जाएगा।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से स्वच्छ महाकुंभ का मिलेगा संदेश
महाकुंभ-2025 को भव्य और दिव्य बनाने के साथ योगी सरकार दुनिया के सबसे बड़े आयोजन को मिसाल के रूप में प्रस्तुत करने जा रही है। कुंभ 2019 की तर्ज पर महाकुंभ में कई बड़े विश्व रिकार्ड बनाए जाएंगे। कुंभ में योगी सरकार ने इस पर 3.5 करोड़ रुपये खर्च किए थे, इस बार पांच करोड़ रुपये के बजट का प्राविधान किया गया है। इन रिकार्ड्स के जरिए दुनियाभर को ग्रीन एवं स्वच्छ महाकुंभ का संदेश दिया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने महाकुंभ में आम लोगों की सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। जनसहभागिता के माध्यम से चार गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की तैयारी है। इन गतिविधियों को विश्व रिकार्ड के रूप में स्थापित करने के लिए योगी सरकार की ओर से कुल 4.87 करोड़ रुपये के बजट का प्राविधान है। इसमें गतिविधियों के प्रबंधन पर सवा दो करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि अन्य विकास कार्यों पर 1.62 करोड़ रुपये का खर्च किया जाएगा।
सामुदायिक भागीदारी की भावना को प्रोत्साहन कुंभ 2019 में योगी सरकार द्वारा सर्वाधिक हैंडप्रिंट प्रिंटिंग का रिकार्ड स्थापित किया गया था। उस दौरान 8 घंटे में 60 फीट के कैनवास पर 7,664 लोगों द्वारा हस्ताक्षर पेंटिंग में योगदान दिया गया। यह रिकार्ड सामुदायिक भागीदारी गतिविधि थी। इसमें दुनिया भर के लोगों ने भाग लिया।
इस गतिविधि ने दक्षिण कोरिया द्वारा बनाए गए 4675 हस्ताक्षरों के रिकार्ड को तोड़ा। महाकुंभ 2025 में योगी सरकार ने इस गतिविधि में 10 हजार लोगों को सम्मिलित कर नया रिकार्ड स्थापित करने की योजना बनाई है। एक हजार इलेक्ट्रिक रिक्शा की होगी परेड महाकुंभ 2025 में ग्रीन एनर्जी और हेल्दी इनवायर्नमेंट के प्रति जागरूकता संदेश देने के लिए एक हजार इलेक्ट्रिक रिक्शा (ई-रिक्शा) की परेड़ निकालने की योजना है।
कुंभ 2019 में योगी सरकार की ओर से मेला क्षेत्र में 28 फरवरी 2019 को सबसे बड़ी बस परेड का आयोजन हुआ। प्रयागराज मेला प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की परिवहन क्षमता के कुशल प्रबंधन को प्रदर्शित करने के लिए इस गतिविधि के माध्यम से 503 बसों के बेड़े ने शानदार परेड निकाली, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया था।
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इसने अबुधाबी द्वारा बनाए गए 390 बसों के पिछले रिकार्ड को ध्वस्त किया। मेला क्षेत्र में चलाएंगे सफाई अभियान कुंभ 2019 में घाटों और मेला क्षेत्र की एक साथ सफाई को लेकर रिकार्ड स्थापित किया गया जो योगी सरकार की स्वच्छता और कचरा निपटान प्रणाली के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उस दौरान 10,180 लोगों ने इसमें सहभागी बनकर एक ही समय में कई स्थानों पर सफाई अभियान चलाया, जो गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ।
महाकुंभ 2025 में इस रिकार्ड को तोड़ने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। योजना के अनुसार इस बार 15 हजार लोग एक साथ मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों और घाटों पर सफाई अभियान चलाएंगे। स्वच्छता के इस कार्यक्रम में नया रिकार्ड स्थापित किया जाएगा।
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