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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की विश्वविद्यालयों को सलाह, वैज्ञानिक प्रतिभा को पहचानें और प्रोत्साहित करें

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल संगम नगरी में हैं। राज्यपाल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को एक कठिन परीक्षा के माध्यम से 100 उच्च कोटि की वैज्ञानिक क्षमता वाले छात्रों की पहचान करने और उनकी सूची राजभवन को भेजने का निर्देश दिया है। इन छात्रों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और इसरो के माध्यम से उनके लिए पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Tue, 10 Sep 2024 03:50 PM (IST)
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विश्वविद्यालयों में वैज्ञानिक प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए राज्यपाल की पहल

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी विश्वविद्यालय से कहा कि एक कठिन परीक्षा के माध्यम से ऐसे 100 छात्रों को खोजें जिनमें उच्च कोटि की वैज्ञानिक क्षमता हो। ऐसे छात्रों की सूची राजभवन को भेजे। उनके विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी और इसरो के माध्यम से पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा।

प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय के सप्तम दीक्षा समारोह की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं।

परिसर में पंचतंत्र वन की स्थापना की सलाह

कहा की विश्वविद्यालय अपने परिसर के एक हिस्से को पिकनिक स्पॉट की तरह तैयार करें, जिसमें बच्चों के ज्ञानार्जन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध रहें। बच्चों के साथ आम लोग भी इसे देखने आएं। यह बात उन्होंने विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग में स्थापित संग्रहालय के संदर्भ में कहीं। कहानियों को भी उन्होंने बच्चों में नैतिकता को बढ़ावा देने के लिए परिसर में पंचतंत्र वन की स्थापना की भी सलाह दी।

इससे पूर्व कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल, मुख्य अतिथि इसरो के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण कुमार, विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

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दीक्षा समारोह में विद्यार्थियों ने कुल 156 पदक किए प्राप्त

दीक्षा समारोह में कुलाधिपति स्नातक/परास्नातक स्तर के विभिन्न पाठ्यक्रम सर्वोच्च अंक पाने वाले कुल 49 विद्यार्थियों को 49 स्वर्ण पदक, 52 को रजत पदक एवं 55 को कांस्य पदक सहित कुल 156 पदक प्रदान किया।

एमए संस्कृत की टॉपर प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय कैंपस की छात्रा अंजलि गिरी को कुलाधिपति स्वर्ण पदक दिया गया। साथ ही 1,15,827 विद्यार्थियों (स्नातक में 70331 और परास्नातक एवं व्यावसायिक में 45496) को उपाधि प्रदान की गई।

अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाले रावि के दो खिलाड़ी और गोद लिए गांवों में हुई प्रतियोगिता के विजेता सम्मानित किए गए।

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