Gyanvapi Update: ज्ञानवापी स्थित वुजूखाना के सर्वे मामले की नहीं हो सकी सुनवाई, अब दो दिसंबर को मिली नई डेट
Gyanvapi Mosque Survey ज्ञानवापी परिसर स्थित वुजूखाने के सर्वे मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई नहीं हो सकी। कोर्ट ने अगली तारीख 2 दिसंबर नियत की है। इस बीच संभल की जामा मस्जिद को लेकर भी विवाद सामने आया है। वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु जैन ने दावा किया है कि यह मस्जिद हरिहर मंदिर है। कोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट में वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित वुजूखाने के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआइ से सर्वे मामले में आज लंच बाद सुनवाई नहीं हो सकेगी। कोर्ट ने अगली तारीख दो दिसंबर नियत कर दी है। यह जानकारी सिविल पुनरीक्षण याचिका दायर करने वाली राखी सिंह के अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने दी है।
संभल की जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा, सर्वे का आदेश
काशी और मथुरा के बाद संभल की जामा मस्जिद का मामला कोर्ट पहुंच गया है। वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु जैन ने अपने पिता व वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन सहित आठ लोगों की ओर से मंगलवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) में वाद दायर किया है। उनका दावा है कि संभल की शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है।
इस मुकदमे में नोएडा निवासी पार्थ यादव और वेदपाल सिंह, संभल निवासी महंत ऋषिराज गिरि, राकेश कुमार, जीतपाल यादव, मदनपाल और दीनानाथ भी वादी हैं। कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश राघव को सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया है। सर्वे की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्र्राफी और फोटोग्राफी भी होगी।
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आदेश के बाद देर शाम वीडियोग्राफी कराई गई। डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया व पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क व विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहेल इकबाल ने भी मौके पर आकर अधिकारियों से बात की।
वाद में भारत संघ को प्रतिवादी बनाया है। कोर्ट 29 नवंबर को अगली सुनवाई करेगा। इस दिन एडवोकेट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। 95 पेज के वाद में दावा किया गया है कि भगवान कल्कि का जन्म संभल में ही होना है। कई प्रमाण से स्पष्ट है कि हरिहर मंदिर को तोड़कर ही मस्जिद का निर्माण कराया गया है। सर्वे के बाद वास्तविकता सामने आ जाएगी।
जामा मस्जिद समिति की ओर से इसका अनाधिकृत रूप से उपयोग किया जा रहा है। कोर्ट के आदेश मिलने के बाद एडवोकेट कमिश्नर वीडियो ग्राफी करने जामा मस्जिद पहुंच गए। उनके साथ वादी पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन भी थे। रात करीब आठ बजे सांसद व अन्य लोगों के आने पर उनसे अधिकारियों ने बात की है।नौ बजे के करीब ए़डवोकेट कमिश्नर लौट आए। एडवोकेट कमिश्नर रमेश राघव ने बताया कि मंगलवार को करीब पांच घंटे तक मुख्य हाल व अन्य हाल की वीडियोग्राफी कराई गई है।
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