महाकुंभ में गूंजेगी कवियों की अमर वाणी; रामधारी सिंह दिनकर, फिराक गोरखपुरी और अज्ञेय के प्रशंसक सुन सकेंगे उनकी रचनाएं
हिन्दी के दिग्गज कवियों और लेखकों की गैलरी देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनने जा रही है। इलाहाबाद संग्रहालय ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्र कहते हैं कि सरकार के संकल्प को अमली जामा पहनाने और दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन को नव्य भव्य और अविस्मरणीय बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।
डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रयास से इस बार महाकुंभ बीते सभी आयोजनों से ज्यादा भव्य और दिव्य होने जा रहा है। इसी क्रम में इस बार एक ऐसी पहल की जा रही है जिसकी शायद किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।
यहां इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज, भारत के नामचीन हिन्दी साहित्यकारों की एक ऐसी गैलरी का नवीनीकरण करने जा रहा है, जो देश ही नहीं दुनिया की पहली हिन्दी साहित्यकारों की गैलरी है। यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक पहली बार सुमित्रानंदन पंत, मैथिलीशरण गुप्त से लेकर महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर और अज्ञेय जैसे महान लेखकों और कवियों को उनकी ओरिजिनल आवाज में सुन और देख सकेंगे। संग्रहालय की ओर से इसकी व्यापक तैयारी की गई है।
पर्यटकों का ध्यान खींचेगी गैलरी
हिन्दी के दिग्गज कवियों और लेखकों की यह गैलरी देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनने जा रही है। इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज ने इसके लिए बाकायदा तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्र कहते हैं कि सरकार के संकल्प को अमली जामा पहनाने और दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन को नव्य, भव्य और अविस्मरणीय बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।महाकुंभ से पहले ही देश के दिग्गज साहित्यकारों की गैलरी बनाने का काम इलाहाबाद संग्रहालय प्रयागराज में चल रहा है। जिसमें पंत, गुप्त से लेकर महादेवी, दिनकर और अज्ञेय तक को लोग देख भी सकेंगे। साथ ही साथ उनकी आवाज में कविताएं भी सुन सकेंगे। सबसे खास बात तो ये है कि ये इन महान साहित्यकारों की ओरिजनल आवाज रहेगी। इसमें कवियों के ऐसे वीडियो भी जनता को देखने को मिलेंगे, जो इन्होंने अपने जीवनकाल में गाए और सुनाए होंगे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।