Indira is Back : आनंद भवन के गेट पर लगा इंदिरा इज बैक का बैनर, कांग्रेसी नेता बोले- अब PM मोदी की आंखों में...
Indira is Back कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने बताया कि प्रियंका गांधी अपनी दादी प्रियंका गांधी की अवतार हैं। उन्होंने बताया कि वायनाड से सांसद बनकर प्रियंका गांधी अब गरीब और मजलूमों की आवाज़ सदन के पटल में रखेंगी। जिससे अब आम जनता की आवाज अब और मुखर होकर दिल्ली तक पहुंचेगी। यही मकसद है कि आनंद भवन पर इंदिरा इज बैक के पोस्टर लगाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक निवास आनंद भवन के गेट पर इंदिरा गांधी और प्रियंका वाड्रा के चित्र वाला बैनर लगाया गया है। बैनर में इंदिरा इज बैक लिखा है। इसके जरिए प्रियंका को इंदिरा के समतुल्य दिखाया गया है। बैनर के जरिए कांग्रेसियों ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका को जीत की अग्रिम बधाई दी है। कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने कहा इंदिरा गांधी का अवतार प्रियंका हैं। वह अब राजनीति की मुख्य धारा में आकर सदन में ललकारेंगी।
नेहरू-गांधी का पैतृक निवास है आनंद भवन
इलाहाबाद के कर्नलगंज रोड पर स्थित आनंद भवन का इतिहास काफी पुराना है। कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने बताया कि मोतीलाल नेहरू ने आजादी से पहले आनंद भवन को मात्र 2500 रुपये में खरीदा था। उन्होंने बताया कि आजादी को लेकर जो देश में क्रांति उठी थी उसमें आनंद भवन की अहम भूमिका रही। बताया कि गांधी जी जब भी इलाहाबाद आते तो आनंद भवन में ही ठहरते। इसके साथ ही इंदिरा गांधी का जन्म भी आनंद भवन में ही हुआ था।
पोस्टर लगाने का क्या है मकसद?
आनंद भवन के गेट पर लगाए गए पोस्टर लगाने का कांग्रेसियों ने सियासी मकसद बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता हसीब अहमद ने बताया कि अभी तक राहुल गांधी ही सदन में आम जनता की आवाज बनकर गूंज रहे थे।पीएम नरेंद्र मोदी की आंखों में आंख डालकर सांसद राहुल गांधी बात करते थे। लेकिन अब सदन में प्रियंका गांधी के पहुंचने से ना सिर्फ आम जनता की आवाज पहुंचेगी बल्कि विपक्ष को भी मजबूती मिलेगी। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अब पीएम नरेंद्र मोदी की एक आंख में प्रियंका गांधी तो दूसरी आंख में राहुल गांधी दिखेंगे।
यह भी पढ़ें : UP News: गंगा पर बनने वाले छह लेन पुल का निर्माण जल्द होगा शुरू, मिर्जापुर होते हुए वाहन निकल जाएंगे बनारस
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।