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इरफान सोलंकी की जमानत अर्जी पर सुनवाई पूरी, बचाव पक्ष बोला- राजनीतिक कारणों से फंसाया गया

इरफान सोलंकी और पांच अन्य आरोपियों की सजा के खिलाफ अपील और जमानत अर्जी पर सुनवाई 6 नवंबर को पूरी हो गई। सोलंकी के वकील ने कहा कि उन्हें राजनीतिक कारणों से झूठा फंसाया गया है। कानपुर के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी भाई रिजवान और पांच अन्य आरोपियों को एमपी-एमएलए कोर्ट ने सात साल की सजा सुनाई थी। इसी सजा के खिलाफ सोलंकी बंधुओं ने जमानत अर्जी दायर की थी।

By Jagran News Edited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 07 Nov 2024 06:27 PM (IST)
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कानपुर के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी। (फाइल फोटो) जागरण।
विधि संवाददाता, जागरण, प्रयागराज। कानपुर से सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी व अन्य आरोपियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई बुधवार को पूरी हो गई। न्यायमूर्ति राजीव गुप्ता और न्यायमूर्ति सुरेंद्र सिंह (प्रथम) की खंडपीठ के समक्ष इरफान सोलंकी के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता जीएस चतुर्वेदी, इमरान उल्ला और उपेंद्र उपाध्याय ने दलील पेश की।

चतुर्वेदी ने पीड़िता नजीर फातिमा के बयानों पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि फातिमा की तरफ से 161 और 164 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत दिए गए बयान और जिरह में काफी अंतर है। गवाही में कहा गया कि वह मौके पर तब पहुंची, जब झोपड़ी में आग लग चुकी थी। यानी उसे नहीं मालूम कि आग कब और कैसे लगी और किसने लगाई? चतुर्वेदी ने कहा कि इरफान सोलंकी को राजनीतिक कारणों से मुकदमे में झूठा फंसाया गया है।

उधर, राज्य सरकार की तरफ से अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल, शासकीय अधिवक्ता आशुतोष कुमार सड और अपर शासकीय अधिवक्ता प्रथम जेके उपाध्याय ने बहस की।

इलाहाबाद हाईकोर्ट। (फाइल फोटो) जागरण।

बता दें कि नवंबर 2022 में इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान और अन्य 10 आरोपियों के खिलाफ कानपुर की रहने वाली महिला नजीर फातिमा ने झोपड़ी में आग लगाने का मुकदमा दर्ज कराया था। जून 2024 में कानपुर की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने इरफान सोलंकी, भाई रिजवान और पांच आरोपियों को सात साल की सजा सुनाई थी।

सभी दोषियों ने सजा के खिलाफ जमानत याचिका की अपील सुप्रीम कोर्ट में दायर की। सर्वोच्च न्यायालय ने हाईकोर्ट को 10 दिनों के भीतर सुनवाई का निर्देश दिया था।

दूसरी तरफ, राज्य सरकार की तरफ से भी सभी आरोपियों को उम्रकैद देने की मांग करते हुए अपील दाखिल की गई है।

आगजनी कांड में दोषी सिद्ध होने के बाद सोलंकी की विधायकी चली गई। अब सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी चुनावी मैदान में हैं। बुधवार को सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने दर्शनपुरवा के सर्वधर्म चौक से अपने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सभी धर्माें के प्रति अपने सम्मान और आदर का प्रदर्शन करते हुए लोगों से चुनाव में समर्थन देने के लिए कहा।

कौशलपुरी वार्ड में जनसंपर्क अभियान में आइएनडीआइए गठबंधन के नेता भी शामिल रहे। आलोक मिश्रा,विधायक अमिताभ बाजपेई, पूर्व विधायक सजीव दरियाबादी और सपा महानगर अध्यक्ष फजल महमूद ने कहा कि जुड़ेंगे और जीतेंगे क्योंकि महंगाई बेरोजगारी तथा बढ़ते हुए हाउस टैक्स से जनता परेशान है।

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