पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, माफिया अशरफ का साला सैफी गिरफ्तार; प्रयागराज में दबिश जारी
माफिया अतीक के भाई अशरफ के फरार साले जैद मास्टर व चचेरे साले शिबली प्रधान की तलाश में पूरामुफ्ती पुलिस ने दबिश दी। दोनों तो नहीं मिले लेकिन उसका भाई सैफी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उस पर हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में पिछले दिनों मुकदमा दर्ज कराया गया था। जैद से पुलिस ने शाइस्ता के संबंध में भी पूछताछ की।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। माफिया अतीक के भाई अशरफ के फरार साले जैद मास्टर व चचेरे साले शिबली प्रधान की तलाश में पूरामुफ्ती पुलिस ने दबिश दी। दोनों तो नहीं मिले, लेकिन उसका भाई सैफी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उस पर हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में पिछले दिनों मुकदमा दर्ज कराया गया था।
पूरामुफ्ती के अहमदपुर असरौली निवासी रुहुल अमीन के पुत्र इश्तियाक अहमद ने पूरामुफ्ती पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि हटवा में उनकी लाखों की पुश्तैनी जमीन है। जमीन पर प्रधान शिबली, अशरफ के साले जैद मास्टर समेत अन्य ने जबरन कब्जा कर रखा है।
पुलिस ने दबिश में सैफी की किया गिरफ्तार
आरोप लगाया था कि 13 मई की सुबह वह ट्रैक्टर लेकर जमीन पर पहुंचा। इसी बीच कई लोग आ गए और उस पर हमला कर दिया था। तमंचे से उस पर फायर किया गया था। हमलावरों ने दौड़ाकर पीटा था। उसकी तहरीर पर हटवा निवासी जैद मास्टर, झुर्री, चचेरे साले सैफी, शिबली प्रधान को नामजद करते हुए कई अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। पूरामुफ्ती पुलिस ने सोमवार रात हटवा में शिबली प्रधान के घर दबिश दी। इस दौरान पुलिस के हाथ सैफी लग गया। जैद मास्टर, शिबली प्रधान, झुर्री के ठिकानों के बारे में पूछा गया, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। सोमवार को उसे जेल भेज दिया गया।शाइस्ता व जैनब के ठिकानों के बारे में ली जानकारी
माफिया अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन व अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा के साथ ही माफिया की बहन आशा नूरी के बारे में पुलिस ने सैफी से पूछताछ की। जानकारी ली गई कि माफिया परिवार की यह तीनों लेडी डॉन कहां हैं? उनका कौन-कौन सा ठिकाना है? अंतिम बार जैनब फातिमा कब यहां आई थी?। ऐसे ही तमाम सवाल पूछे गए, लेकिन सैफी बस यही कहता रहा कि उसे कुछ नहीं पता।
इसे भी पढे़ं: फूलपुर में बिना भाषण दिए लौटे राहुल-अखिलेश, सीएम योगी ने ली चुटकी; कहा- अब तो लोग इन्हें...
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।