महाकुंभ 2025 के प्रबंधन का बीड़ा उठाएंगे 'स्पेशल-55', जल्द होगी नियुक्ति; राज्य सरकार ने अनुदान भी किया स्वीकृत
महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) 55 कुंभ फेलो का चयन करेगा। ये फेलो मेले के दौरान प्रबंधन डिज़ाइन संरचना और निगरानी के विभिन्न कार्यों में मेला अधिकारियों का सहयोग करेंगे। कुंभ फेलो के चयन के लिए एमएनएनआईटी लिखित परीक्षा का आयोजन करेगा। 25 सेक्टर में बसने जा रहे महाकुंभ-2025 के लिए हर सेक्टर को दो-दो फेलो मिलेंगे।
मृत्युंजय मिश्र, प्रयागराज। महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु भाग लेते हैं। ऐसे में इस आयोजन की जटिलताएं बढ़ जाती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने कुंभ फेलो के रूप में विशेषज्ञों की टीम बनाने का निर्णय लिया है। प्रदेश सरकार ने इसकी जिम्मेदारी मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) को सौंपी है।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सहयोग से एमएनएनआइटी महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन को सुचारू रूप से संचालन और प्रभावी प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय परीक्षा के माध्यम से 55 ''''कुंभ फेलो'''' चुनेगा। यह फेलो मेले के दौरान प्रबंधन, डिज़ाइन, संरचना और निगरानी के विभिन्न कार्यों में मेला अधिकारियों का सहयोग करेंगे।
कुंभ फेलो के चयन के लिए एमएनएनआइटी लिखित परीक्षा का आयोजन करेगा। एमएनएनआइटी के सहायक प्रोफेसर और इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन हब एमएनएनआईटी फाउंडेशन के निदेशक डा. अनुभव रावत को महाकुंभ मेला-2025 फेलोशिप प्रोग्राम के नोडल अधिकारी बनाया गया है।
कुंभ फेलो के चयन की प्रक्रिया अक्टूबर 2024 तक पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद चुने गए उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी। इस परियोजना के लिए राज्य सरकार ने 1.57 करोड़ रुपये का अनुदान भी स्वीकृत किया है। नोडल अधिकारी डा. अनुभव रावत ने बताया कि लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्र प्रशासनिक सेवाओं के लिए होने वाली परीक्षा के समकक्ष होंगे।
कुंभ फेलो बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 22 से 27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। एनआइआरएफ की टाप 200 रैंकिंग मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक या स्नातकोत्तर होना अनिवार्य है। कुंभ फेलों के लिए एमबीए, पीजीडीएम, एमसीए जैसे स्नातकोत्तर डिग्री को वरीयता दी जाएगी। इंजीनियरिंग, कानून, मानविकी या सामाजिक विज्ञान में स्नातक या स्नातकोत्तर उपाधि धारक को प्राथमिकता मिलेगी।
हर सेक्टर के लिए दो कुंभ फेलो की तैनाती
25 सेक्टर में बसने जा रहे महाकुंभ-2025 के लिए हर सेक्टर को दो-दो फेलो मिलेंगे। पांच फेलो मुख्यालय के अधिकारियों के साथ जोड़े जाएंगे। फेलो नियमित समीक्षा और जमीनी गतिविधियों की निगरानी के लिए मेला अधिकारी, एडीएम और एसडीएम के साथ संपर्क में रहेंगे। डा. अनुभव ने बताया कि कुंभ फेलो मेला प्राधिकरण को कुंभ मेले के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए समन्वय, प्रबंधन और निगरानी में सहयोग देंगे।
इसके अलावा बुनियादी ढांचे की जरूरतों के अनुसार संरचनाओं, लेआउट और मैपिंग का विकास करना और स्वच्छता अभियान और टेंटेज जैसी गतिविधियों की योजना बनाना इनके कार्य क्षेत्र में शामिलहै। डेटा संग्रह, प्रबंधन और विश्लेषण के जरिए कुंभ मेले की सुचारू रूप से निगरानी करने तथा तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन की जिम्मेदारी होगी।
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