Move to Jagran APP

महाकुंभ 2025: भव्यता के साथ होगी रिकॉर्डों की बारिश, 120 करोड़ की परियोजना मंजूर

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 को भव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 120 करोड़ रुपये की 22 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण परियोजना शास्त्री ब्रिज से संगम तक कृत्रिम रूप से गंगा किनारे क्षेत्रफल बढ़ाने की है। इस परियोजना से संगम का सरकुलेटिंग एरिया बढ़ेगा और कल्पवासियों व श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। महाकुंभ में चार गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाए जाएंगे।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 09 Oct 2024 08:31 AM (IST)
Hero Image
गंगा किनारे क्षेत्रफल बढ़ाने की परियोजना को मंजूरी मिल गई।
 जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ को भव्य, दिव्य व नव्य बनाने के लिए गठित शासन की शीर्ष समिति (अपेक्स कमेटी) की मंगलवार को 11वीं बैठक में 120 करोड़ रुपये के 22 प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली। लखनऊ में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सबसे महत्वपूर्ण शास्त्री ब्रिज से संगम तक कृत्रिम रूप से गंगा किनारे क्षेत्रफल बढ़ाने की परियोजना को मंजूरी मिल गई।

दरअसल, गंगा की धारा के खिसकने से संगम का सरकुलेटिंग एरिया काफी कम हो गया है। कल्पवासियों व श्रद्धालुओं को शासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर खाद्यान्न, चीनी एवं रसोई गैस देने के लिए खाद्य एवं रसद विभाग के 965.08 लाख रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई। बैठक में दो करोड़ 85 लाख रुपये से रैना मार्ग के चौड़ीकरण का प्रस्ताव मंजूर हुआ।

यह मार्ग त्रिवेणी मार्ग से समुद्रकूप मार्ग तक जाता है। अस्थायी स्टोर को अस्थायी वेयर हाउस, अस्थायी बाउंड्रीवाल के लिए आठ करोड़ रुपये के प्रस्ताव को अनुमोदन मिला। आइआइटी गुवाहाटी के विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार गंगा के दाहिने तट पर शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक 19 करोड़ 58 लाख रुपये से सरकुलेटिंग एरिया की वृद्धि के प्रोजेक्ट की सैद्धांतिक सहमति मिली।

इसे भी पढ़ें-सिपाही के पिटाई मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर गोरखपुर में धरना-प्रदर्शन

सफाई के लिए 3200 अतिरिक्त मजदूरों को 90 दिनों के लिए आउटसोर्सिंग पर लेने का 14 करोड़ 35 लाख रुपये प्रस्ताव भी मंजूर हुआ। सफाई उपकरण एवं कीटनाशक दवा की आपूर्ति को तीन करोड़ 62 लाख रुपये के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली।

स्टेशनों पर शौचालयों के लिए एक करोड़ 26 लाख रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। मेला क्षेत्र के अंतर्गत जनित ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण की व्यवस्था के लिए 73.62 लाख रुपये, 200 टीपीडी बायो सीएनजी प्लांट के विद्युत कनेक्शन कार्य के लिए तीन करोड़ 82 लाख रुपये के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया।

प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद आदि अधिकारी मौजूद थे।

बनाएंगे चार गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड

महाकुंभ में चार गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाए जाएंगे। इससे मेला प्रशासन पूरी दुनिया को ग्रीन एवं स्वच्छ महाकुंभ का संदेश देगा। एक हजार ई-रिक्शा की परेड निकाली जाएगी, जो एक रिकार्ड होगा। एक साथ 15 हजार लोगों के माध्यम से घाटों की सफाई का रिकार्ड बनेगा। 300 लोग एक साथ नदी में उतरेंगे और सफाई अभियान को गति देंगे। गंगा पंडाल व मेला क्षेत्र में मात्र आठ घंटे में 10 हजार लोग हैंडप्रिंट बनाकर रिकार्ड बनाएंगे।

इसे भी पढ़ें-नेपाल से भारत में घुसपैठ की कोशिश, ब्राजील का नागरिक गिरफ्तार

- महाकुंभ का विशेष सर्वे करेगा आइआइटी कानपुर

आइआइटी कानपुर महाकुंभ का समग्र मूल्यांकन करेगा। इसके लिए 95.53 लाख रुपये के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली। आइआइटी की टीम पुलिस सुरक्षा, उनके डिप्लायमेंट प्लान, ट्रैफिक, मेला संबंधित सभी कार्यों की योजना,, आर्गेनाइजेशन व प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्ट्रेटजी व मेले के सोशियो इकोनामिक इंपैक्ट के बारे में रिसर्च कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।