Move to Jagran APP

मंत्री नन्‍दी से जालसाजी मामले में आया नया मोड़, पहले बेटे की जुटाई जानकारी, फ‍िर एकाउंटेंट से की ठगी

साइबर अपराधियों ने मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के बेटे अभिषेक गुप्ता की इंटरनेट मीडिया गतिविधि से जानकारी जुटाकर उनकी कंपनी के एकाउंटेंट रितेश श्रीवास्तव से ठगी की है। 2 करोड़ 8 लाख रुपये की ठगी के मामले में साइबर थाने की पुलिस ने 23 बैंक खाताधारकों को पूछताछ के लिए उठाया है। पुलिस कुछ संदिग्ध बैंककर्मियों की संलिप्तता की भी जांच कर रही है।

By Tara Gupta Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 21 Nov 2024 08:32 AM (IST)
Hero Image
मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के एकांउटेंट के साथ की गई थी ठगी। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। साइबर अपराधियों ने इंटरनेट मीडिया के जरिए पहले मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के बेटे अभिषेक गुप्ता की गतिविधि की जानकारी जुटाई थी। इसके बाद उनकी कंपनी के एकांउटेंट रितेश श्रीवास्तव को झांसे में फंसाकर दो करोड़ आठ लाख रुपये की ठगी की थी। मामले की तफ्तीश में जुटी साइबर थाने की पुलिस की एक टीम को यह जानकारी हाथ लगी है।

पता चला है कि साइबर अपराधियों ने अभिषेक गुप्ता के साथ ही उनकी कंपनी के एकाउंटेंट की भी इंटरनेट मीडिया के जरिए कुछ जानकारी जुटाई थी। इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर मंत्री के बेटे के करीबियों, कारोबारियों समेत अन्य लोगों के बारे में भी साइबर अपराधियों ने पता लगाया था। अभिषेक और उनके एकाउंटेंट की गतिविधि के आधार पर ही ठगी की गई थी।

शुरुआती छानबीन में जो तथ्य पुलिस को मिले हैं, उससे संबंधित साक्ष्य भी संकलित किए जा रहे हैं ताकि अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके। मंत्री नन्दी के बेटे अभिषेक गुप्ता इकावो एग्रो डेली प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हैं। कंपनी में झूंसी निवासी रितेश श्रीवास्तव बतौर एकाउंटेंट कार्यरत हैं।

मंत्री नन्‍द गोपाल गुप्‍ता नन्‍दी। फोटो- सोशल मीडिया।


इसे भी पढ़ें-यूपी में नवंबर की ठंड ने पकड़ी रफ्तार, दिसंबर में दिखेगा असर; पढ़‍िए IMD का ताजा रिपोर्ट

13 नवंबर को वाट्सएप पर अभिषेक गुप्ता की डीपी लगी नंबर से संदेश आया कि वह जरूरी मीटिंग में हैं। इसके बाद तीन एकाउंट नंबर भेजकर कुछ दो करोड़ आठ लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा। रितेश साइबर अपराधियों के झांसे में फंसकर अलग-अलग के नाम से खोले गए एकाउंट में पैसा भेजा गया था।

23 खाताधारकों को पुलिस ने उठाया, पूछताछ

बताया गया है कि पुलिस ने दिल्ली, बिहार, झारखंड, बंगाल समेत कई राज्य के 23 बैंक खाताधारकों को पूछताछ के लिए उठाया है। अलग-अलग बैंक के खाताधारकों से यह पता लगाया जा रहा है कि उन्हें किसने और कब खाता खुलवाने के लिए कहा था। खाता खुलवाने के समय और उसके बाद कितना पैसा मिला था। खाताधारकों के जरिए पुलिस टीम साइबर अपराधियों के गिरोह से जुड़े लोगों तक पहुंच रही है।

पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जागरण


इसे भी पढ़ें-प्रतापगढ़ में CBI के छापे से मचा हड़कंप, डाककर्मी के बेटे को रिश्वत लेने के आरोप में रंगेहाथ पकड़ा

कई बैंककर्मियों की संलिप्तता की भी जांच

साइबर ठगी में पुलिस की एक टीम कुछ संदिग्ध बैंककर्मियों की संलिप्तता की भी जांच कर रही है। कहा गया है कि निजी बैंक के कुछ कर्मचारियों का साइबर अपराधियों से कनेक्शन सामने आया है, जिससे जुड़ा साक्ष्य जुटाया जा रहा है। कुछ खाताधारकों ने यह भी बताया है कि कई लोग बैंक नहीं गए थे, मगर उनके नाम से खाता खोल दिया गया था। इस आधार पर पुलिस कई बैंककर्मियों की संलिप्तता की जांच कर रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।