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UPPCL: यूपी में अब गलत बिजली बिल से मिलेगी राहत, विभाग ने जारी किया नया नियम

UPPCL अब उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को गलत बिलों से मुक्ति मिलेगी। यूपीपीसीएल ने ओसीआर बिलिंग सिस्टम लागू किया है जिसके तहत मीटर की फोटो खींचकर बिल बनाया जाएगा। इससे रीडर मनमानी रीडिंग नहीं डाल पाएंगे। उपभोक्ताओं को सही और समय पर बिजली बिल मिलेगा। साथ ही मीटर रीडर के साथ एक संविदाकर्मी को भी भेजा जाएगा जो चेक करेगा कि बिल सही है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 12 Nov 2024 02:52 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। उपभोक्ताओं को अब गलत बिजली का बिल नहीं मिलेगा। मीटर में जो रीडिंग होगी, उसी के अनुसार बिजली का बिल बनेगा। इसके लिए विभाग ने प्रोब के साथ ही ओसीआर बिलिंग की व्यवस्था बनाई है। ओसीआर के तहत मीटर स्कैन करके ही बिजली का बिल बनेगा। जहां ओसीआर काम नहीं करेगा, वहां प्रोब से बिजली का बिल बनाया जाएगा। साथ ही रीडर के साथ विभाग का एक संविदाकर्मी भी रहेगा, जो यह देखेगा कि जो बिजली का बिल बन रहा है वह सही है या नहीं।

उपभोक्ताओं की अधिकांश बार यही शिकायत रहती है कि रीडर उनका बिजली का बिल गलत बना रहा है। रीडर को अधिक दिखाया जा रहा है। घर बैठे ही रीडर बिजली का बिल बना रहे हैं। ऐसी तमाम शिकायत अधिकारियों के पास प्रतिदिन पहुंचती हैं। उपभोक्ताओं को समय पर सही बिजली का बिल मिले, इसके लिए विभाग ने कुछ माह पहले प्रोब बिलिंग की योजना शुरू की।

विभाग ने लागू की ओसीआर बिलिंग व्यवस्था

यह एक लीड होती है, जिसका एक सिरा मीटर और दूसरा सिरा मोबाइल में लगाया जाता है। इसके बाद मीटर में दर्ज रीडिंग इसमें आ जाती और मशीन से बिजली का बिल निकालकर उपभोक्ताओं को दे दिया जाता है। लेकिन अधिकांश मीटरों में प्रोब से बिजली का बिल नहीं बन पा रहा था और उपभोक्ताओं की समस्या का पूर्ण रूप से समाधान नहीं हो पा रहा था। इसी को लेकर विभाग ने ओसीआर बिलिंग की व्यवस्था लागू कर दी है।

ओसीआर बिलिंग में उपभोक्ता के मीटर की फोटो खींचकर बिल बनाने की प्रक्रिया में मीटर रीडर द्वारा मनमानी रीडिंग नहीं डाली जा सकती है। बिलिंग एप के माध्यम से मीटर में जो रीडिंग और डिमांड आ रही है उसको स्कैन किया जाएगा। इसके बाद उपभोक्ता का अपने आप बिल बन जाएगा।

मुख्य अभियंता पीके सिंह ने बताया-

नया ओसीआर बिलिंग एप सभी रीडरों को डाउनलोड करा दिया गया है। रीडरों को नई बिलिंग एप प्रक्रिया का प्रशिक्षण दे दिया गया है। प्रक्रिया के तहत बिलिंग में बहुत बड़ा सुधार होगा। रीडर अब घर बैठे बिल नहीं बना सकेंगे। साइट पर पहुंचकर मीटर स्कैन होकर ही बिल बनेगा। इससे स्टोर रीडिंग बिलिंग पर भी अंकुश लगेगा। 

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