रेल बजट में उत्तर मध्य रेलवे हो गया मालामाल, यात्रियों की सुविधा के लिए खर्च होंगे 3669 करोड़ रुपये
North Central Railway News बीते वर्ष 91.83 अरब रुपये एनसीआर को मिले थे इस बार लगभग चार अरब रुपये की रकम बढ़ा दी गई है। इस रुपये से नई लाइनें बिछेंगी ट्रैक दोहरीकरण तीसरी लाइन चाैथी लाइन के साथ आधारभूत संरचना पर काम होगा। सड़क संरक्षा और रेल ओवर ब्रिज व रेल अंडर ब्रिज निर्माण के कार्य को अब दोगुनी रफ्तार दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। रेलवे बजट में इस बार उत्तर मध्य रेलवे को मालामाल कर दिया है। बजट में उत्तर मध्य रेलवे पर जमकर धन वर्षा हुई है। मां कुंभ की तैयारी को देखते हुए पैसे भी जमकर खर्च होने हैं। संसद में 23 जुलाई को पेश हुए आम बजट के बाद उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) को क्या मिला है ?इसकी स्थिति साफ हो गई है। रेल मंत्रालय द्वारा पिंक बुक जारी की गई है। एनसीआर को इस बार लगभग 95.46 अरब रुपये बजट मिला है। इस पैसे से ही अब एनसीआर विभिन्न कार्य कराएगा। काफी समय से अधर में लटके फ्लाई ओवर, स्टेशन पुनर्विकास के लिए रकम आवंटित हुई है। जिससे अब इनके कार्य में तेजी आएगी।
दुर्घटनाओं को देखते हुए रेलवे इस बार प्रशिक्षण व मानव संसाधन विकास पर लगभग पौने चार करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। समपार रेलवे फाटक पर होने वाली दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए भी लगभग 50 करोड़ रुपये उत्तर रेलवे खर्च करेगा।इसे भी पढ़ें-वाराणसी में लुटेरों का सरगना दारोगा दो साथियों संग गिरफ्तार, CCTV से खुला राज
बजट में महाकुंभ के नाम पर सीधे तो पैसों का आवंटन नहीं हुआ है लेकिन प्रयागराज में चल रही सभी विविध योजनाएं इनसे जुड़ी हैं। दूसरी ओर जोनल रेलवे को विद्युतीकरण का भी कार्य करना है ऐसे में इस बार बजट में एनसीआर को लगभग 15 करोड़ रुपये मिले हैं।
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प्राथमिकता पर होने वाले कार्य
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- - प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, ग्वालियर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास
- - प्रयागराज, आगरा, झांसी मंडल में अमृत रेलवे स्टेशन के तहत 46 स्टेशनों का पुनर्विकास
- - एनसीआर के तीनों जोन में रेल ट्रैक नवीनीकरण
- - गाजियाबाद से पीडीडीयू तक कवच प्रणाली का कार्य
- - मिशन रफ्तार के तहत 160 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-मुंबई रूट पर दीवार बनाने और रूट पर मेटल बीम फेंसिंग का कार्य।
- दोहरी लाइन बिछाने के लिए- 3669 करोड़ रुपये
- आमान परिवर्तन - 590 करोड़ रुपये
- रेल ट्रैक नवीनीकरण - 860 करोड़ रुपये
- यात्री सुविधाएं - 951 करोड़ रुपये
- आरओबी/आरयूबी निर्माण - 495 करोड़ रुपये
- सिगनलिंग एवं दूरसंचार - 460 करोड़ रुपये
- कर्मचारी कल्याण - 37 करोड़ रुपये
- सड़क संरक्षा कार्य - 49 करोड़ रुपये