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मिट्टी की जगह NTPC की राख से बनेगा प्रयागराज-रायबरेली नेशनल हाईवे, प्रोजेक्ट कार्य को मिलेगी गति

प्रयागराज-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण में मिट्टी की कमी से कार्य प्रभावित हो रहा है। मंडलायुक्त ने रायबरेली की डीएम से एनटीपीसी ऊंचाहार की राख दिलाने को कहा है। राख की आपूर्ति जल्द शुरू हो जाएगी जिससे इस प्रोजेक्ट का कार्य भी तेजी पकड़ लेगा। इस हाइवे से लखनऊ के साथ ही बरेली मुरादाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ उत्तराखंड के श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Riya Pandey Updated: Tue, 01 Oct 2024 06:24 PM (IST)
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रायबरेली हाईवे निर्माण में NTPC की राख का होगा इस्तेमाल (प्रतीकात्मक फोटो)

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ की बड़ी परियोजनाओं में से एक प्रयागराज-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण में मिट्टी न मिलने से कार्य प्रभावित हो रहा है। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने इसके लिए रायबरेली की डीएम हर्षिता माथुर से एनटीपीसी ऊंचाहार की राख दिलाने को कहा है। राख की आपूर्ति जल्द शुरू हो जाएगी, जिससे इस प्रोजेक्ट का कार्य भी तेजी पकड़ लेगा।

प्रयागराज-लखनऊ (वाया रायबरेली) राष्ट्रीय राजमार्ग अभी तक रायबरेली से लखनऊ तक फोरलेन है। प्रयागराज से रायबरेली तक फोरलेन का कार्य चल रहा है। लगभग 1636 करोड़ रुपये की लागत से हाईवे के चौड़ीकरण कार्य में मिट्टी की कमी से कार्य प्रभावित हो रहा था। इस प्रोजेक्ट को नवंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।

यहां बन रहा पुल और यहां फोरलेन

प्रयागराज से रायबरेली तक जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार व आनापुर में कुल 24.14 किमी का बाईपास व सई नदी पर पुल बन रहा है। नवाबगंज से मलाक हरहर तक ज्यादा ट्रैफिक होने के चलते लगभग 8.5 किमी तक हाईवे को फोरलेन के बजाय सिक्सलेन कराया जा रहा है। लालगोपालगंज से नवाबगंज तक सड़क 18 किमी तक फोरलेन बन रही है।

प्रयागराज से रायबरेली तक कुल 106 किमी हाईवे चौड़ा कराया जा रहा है। इस हाइवे से लखनऊ के साथ ही बरेली, मुरादाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ उत्तराखंड से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।

लवायन में गंगा पर पांटून पुल बनाने की तैयारी

महाकुंभ के दृष्टिगत महत्वपूर्ण परियोजना रिंग रोड को जोड़ने के लिए लवायन गांव के पास गंगा पर पांटून पुल बनाने का प्रस्ताव है। इसके लिए पांटून की अतिरिक्त व्यवस्था करनी होगी। अभी तक गंगा पर 30 पांटून पुल के निर्माण की स्वीकृति मिली है। एसडीएम कुंभ मेला विवेक शुक्ला ने बताया कि रिंग रोड को जोड़ने के लिए प्रस्तावित पांटून पुल बनाने से झूंसी की ओर आने वाले वाहनों को सीधे अरैल तरफ भेजा जा सकेगा।

बनेगी रिवर फ्रंट टाइप रोड्स, होगी इंटरलाकिंग

रिवर फ्रंट टाइप रोड्स का डामरीकरण नहीं किया जाएगा। इस पर इंटरलाकिंग का कार्य होगा। यह निर्णय बाढ़ के मद्देनजर लिया गया है। मंगलवार को मंडलायुक्त ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक में इस प्रोजेक्ट के प्रगति की समीक्षा की। समय पर परियोजना का कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए।

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