Phulpur By-Election: भाजपा के पास उपचुनाव से 2027 की तैयारी दिखाने की चुनौती, जुटेंगे दिग्गज नेता
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है। उसे अपने वोट बचाने के साथ नए वोटरों को भी जोड़ना है। पार्टी के 15 से अधिक नेता क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। प्रत्याशी दीपक पटेल के समर्थन में कई बड़े नेताओं के आने की उम्मीद है। यह उपचुनाव 2027 से पहले भाजपा के लिए परीक्षा है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा तीसरी बड़ी जीत के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है। उसे अपने दरकते वोटों को बचाने के साथ नए वोटर भी जोड़ने हैं। यहीं से 2027 की तैयारी को भी दिखाने की चुनौती है। अन्यथा विपक्ष की एक जुटता के दावे और उनकी चुनावी रणनीति जिस तरह लोकसभा चुनाव 2024 में भारी प्रतीत हुई वैसा ही दबाव फिर बन सकता है।
फिलहाल अभी पार्टी के 15 से अधिक नेताओं ने क्षेत्र में डेरा डाल रखा है। दो अक्टूबर के बाद पार्टी प्रत्याशी दीपक पटेल के समर्थन में कई अन्य बड़े नेताओं के आने की उम्मीद है। जो सरगर्मी को बढ़ाएंगे और मतदाताओं को अपनी ओर खींचने का प्रयास करेंगे।
फूलपुर विधानसभा सीट वर्तमान भाजपा सांसद प्रवीण पटेल के निर्वाचन के बाद खाली हुई। इससे पहले वह 2017 और 2022 में लगातार दो बार विधायक चुने गए थे। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा के मंसूर आलम को 16613 मतों के अंतर से हराया था।
इसे भी पढ़ें-मेरठ में जिंदा युवक का होने जा रहा था पोस्टमार्टम, सांस चलने पर मचा हड़कंप; दोबारा अस्पताल में करना पड़ा भर्ती
2022 में जीत का अंतर मात्र 2732 रह गया। सपा समर्थित मतदाता चुनावी बतकही में यह बताना नहीं भूलते, लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रवीण पटेल को 89650 वोट मिले थे, सपा उम्मीदवार अमरनाथ मौर्य को 107510 वोट प्राप्त हुए। इस तरह से भाजपा यहां 27860 वोट से पीछे रह गई। अब विधानसभा के उपचुनाव में उस समय की बढ़त उन्हें ऊर्जा देती दिखाई दे रही है।
कई जगहों पर वे इस बात के लिए आश्वस्त हैं कि उन्हें अधिक वोट मिलेगा। उनका कहना है कि सरकार से आम जन संतुष्ट नहीं है। सपा जनता की आवाज बनने को तैयार है। यही कारण है कि वोट गठबंधन उम्मीदवार को जरूर मिलेगा। उधर भाजपा के गंगापार अध्यक्ष कविता पटेल का कहना है कि प्रत्येक कार्यकर्ता सक्रिय है। निरंतर जनसंपर्क का दौर चल रहा है। मोर्चा और प्रकोष्ठ के लोग भी सक्रिय हैं।
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान जो इस सीट के लिए प्रभारी बनाए गए हैंं, वह भी क्षेत्र में बने हुए हैं। छोटे छोटे कार्यकर्ताओं से भी उनका संवाद हो रहा है। पार्टी प्रवक्ता विवेक मिश्र ने बताया कि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष त्र्यंबक त्रिपाठी भी चुनावी रणनीति बनाने व सभी से संवाद स्थापित करने के लिए डेरा डाले हैं।
वह आनुषंगिक संगठन के साथ भी समन्वय बनाए हुए हैं। मंत्री दयाशंकर सिंह का भी आना लगा हुआ है। वह वर्तमान पदाधिकारियों के साथ पूर्व पदाधिकारियों से भी संवाद कर रहे हैं, जहां गतिरोध है उसे दूर करा रहे हैं। खास यह कि इस चुनाव में सिर्फ गंगापार ही नहीं महानर इकाई के पदाधिकारी, यमुनापार इकाई के पदाधिकारी भी सक्रिय हैं।जिले के कई विधायक भी दम भरने की कोशिश करते समय समय पर देखे जा सकते हैं। माना जा रहा है कि चुनाव को और ऊंचाई देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आएंगे। उनके अतिरिक्त उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित कई अन्य स्टार प्रचारक भी आएंगे।
सक्रिय सदस्यता के लिए दो हजार से अधिक आवेदनउपचुनाव के साथ ही भाजपा का सदस्यता अभियान भी चल रहा है। पहले सामान्य सदस्यता थी अब सक्रिय सदस्यता का दौर चल रहा है। इसके लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। उन नेताओं को प्राथमिकता दी जा रही है जो अपने साथ अधिक सदस्य बना रहे हैं। ऐसे लोगों को भी चिह्नित किया जा रहा है जिनके पास अधिक जनाधार है।
इसे भी पढ़ें- इस्लामिक संघ ऑफ नेपाल सीमा क्षेत्र में फैला रहा भारत विरोधी एजेंडा, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया अलर्टउन्हें संगठन के आगामी चुनाव में प्राथमिकता व दायित्व आदि दिए जाएंगे। महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र के अनुसार सदस्यता अभियान में महानगर में ऑनलाइन एवं ऑफ लाइन माध्यम से अब तक लगभग तीन लाख सदस्य बने हैं। सक्रिय सदस्यता के लिए बड़ी संख्या में आवेदन किए गए हैं।
महानगर में ऑनलाइन माध्यम से दो लाख 40 हजार तथा आफ लाइन माध्यम से 70 हजार के लगभग सदस्य बन चुके हैं। सक्रिय सदस्यता के लिए दो हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। 31 अक्टूबर तक सक्रिय सदस्यता के फार्म पार्टी कार्यालय में जमा हुए हैं। यहीं तिथि अंतिम हैं। नवंबर के प्रथम सप्ताह में सक्रिय सदस्यता का सत्यापन होगा और उसके बाद अंतिम सूची जारी होगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।