Umesh Pal Murder Case सूत्रों का कहना है कि बिल्डर का माफिया अतीक से पुराना और गहरे संबंध रहे हैं। माफिया के बल पर ही उसने रियल एस्टेट के कारोबार में कदम रखा और करोड़ों रुपये की नामी बेनामी प्रापर्टी बनाई है। राजापुर मुहल्ले में भी उसका एक अपार्टमेंट हैं जिसके कुछ फ्लैट हमेशा खाली रहते थे। यहां माफिया अतीक के गुर्गे करीबी और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग ठहरते थे।
By Tara GuptaEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Wed, 20 Sep 2023 06:51 PM (IST)
Umesh Pal Murder Case: जागरण संवाददाता, प्रयागराज । उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की नृशंस हत्या
(Umesh Pal Murder Case) में वांछित चल रहे पांच लाख के इनामी साबिर
(Sabir) के बारे में पुलिस को अहम जानकारी मिली है। पता चला है कि असलहे के साथ उसे एक बिल्डर के अपार्टमेंट में भी पनाह मिली थी।
यहीं पर उसके कई मददगार भी छिपे हुए थे। इसी आधार पर अब पुलिस टीम बिल्डर और शूटर के बीच कनेक्शन की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि बिल्डर का माफिया अतीक
(Mafia Atiq Ahmed) से पुराना और गहरे संबंध रहे हैं। माफिया के बल पर ही उसने रियल एस्टेट के कारोबार में कदम रखा और करोड़ों रुपये की नामी, बेनामी प्रापर्टी बनाई है। राजापुर मुहल्ले में भी उसका एक अपार्टमेंट हैं, जिसके कुछ फ्लैट हमेशा खाली रहते थे।
यहां माफिया अतीक के गुर्गे, करीबी और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग ठहरते थे।
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उमेश पाल हत्याकांड
(Umesh Pal Murder Case) में वांछित शूटर साबिर भी रुकता था और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता था। कहा जा रहा है कि उमेश पाल सहित तीन लोगों की हत्या से पहले साबिर बिल्डर के अपार्टमेंट में कई साथियों के साथ ठहरा था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद जब वह फरार हुआ तो इसी अपार्टमेंट में ठहरे करीबियों ने मदद की थी।
ईडी की टीम ने की थी छापेमारी
सूत्रों का कहना है कि अतीक से कनेक्शन होने के कारण ही प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने बिल्डर के कार्यालय, आवास सहित दूसरे ठिकानों पर छापेमारी की थी। वहां से कई दस्तावेज और जमीन से संबंधित कागजात जब्त किए थे।
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दस्तावेजों से पता चला है कि बिल्डर के कई आवासीय प्रोजेक्ट शहर में चल रहे हैं, जिसमें माफिया का पैसा लगा होने की आशंका जताई जा रही है।
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