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UPPCL: यूपी के इस जिले में आज से चार दिन तक प्रभावित रहेगी बिजली आपूर्ति, आखिर विभाग ने क्यों लिया ये फैसला?

प्रयागराज में कुंभ मेले की तैयारियों के चलते 12 से 15 नवंबर तक कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी। कीडगंज गऊघाट रामबाग कल्याणी देवी उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति सुबह 11 से शाम चार बजे तक बाधित रहेगी। वहीं इस बार महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता में बिजली का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। रिचार्जेबल बल्बों का उपयोग किया जाएगा ताकि अंधेरा न हो।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 12 Nov 2024 12:50 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ कार्य को लेकर बिजली संबंधित कार्य कराने के लिए 12 से 15 नवंबर तक कई क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी। अवर अभियंता महाकुंभ राहुल यादव ने बताया कि कीडगंज, गऊघाट, रामबाग, कल्याणी देवी उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति सुबह 11 से शाम चार बजे तक बाधित रहेगी।

कर्मचारियों को जरूरत के मुताबिक कटौती करने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, रामबाग उपखंड के अवर अभियंता रितेश दिवाकर ने बताया कि पीडीए द्वारा बहादुरगंज क्षेत्र में कार्य कराया जा रहा है, जिस कारण सुलाकी व शिवाजी पार्क फीडर 12 नवंबर को सुबह 11 से शाम पांच बजे तक बंद रहेगा।

बिजली जाने पर अंधेरा दूर करेंगे रिचार्जेबल बल्ब

महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता में बिजली का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। महाकुंभ के दौरान शाम के समय मेला क्षेत्र की चमचमाती रोशनी गंगा और यमुना की कलकल बहती निर्मल धारा को और भी अलौकिक रूप प्रदान करेगी। इस अलौकिक दृश्य को श्रद्धालु बिना किसी बाधा के निहार सकें, इसके लिए सरकार ने अनूठी पहल की है। पहली बार पूरे मेला क्षेत्र को रोशन बनाए रखने के लिए 40 हजार से अधिक रिचार्जेबल लाइट्स (रिचार्जेबल बल्ब) का उपयोग किया जा रहा है।

महाकुंभ ही नहीं, उप्र में पहली बार इस तरह की लाइट्स का उपयोग किसी बड़े आयोजन में होने जा रहा है। महाकुंभ मेला में करीब साढ़े चार लाख कनेक्शन दिया जाएगा। 40 से 45 हजार के बीच रिचार्जेबल बल्ब लगेंगे। इसका लाभ ये होगा कि यदि किसी कैंप में 5-6 बल्ब लगे हैं और किसी कारण से लाइट चली गई तो एक रिचार्जेबल बल्ब भी जलता रहेगा तो जीरो लाइट या अंधेरे की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी।

रिचार्जेबल लाइट्स नार्मल बल्ब के लिए फंड की व्यवस्था विद्युत विभाग की जो परियोजनाएं महाकुंभ मेला क्षेत्र में चल रही हैं, उसी से किया जाएगा। एक रिचार्जेबल बल्ब की कीमत 600 से 700 के बीच है। ऐसे में 45 हजार बल्ब लगाने पर करीब 2.7 करोड़ रुपये के खर्च आने की संभावना है।

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता व अधिशासी अभियंता अनूप सिन्हा ने बताया कि जो विद्युत संयोजन शिविरों में देंगे, उसमें इस बार नार्मल एलईडी बल्ब के साथ ही रिचार्जेबल बल्ब भी उपयोग में लाने का निर्णय लिया गया है। पहली बार महाकुंभ में इसका उपयोग किया जा रहा है।

सोलर हाईब्रिड लाइट्स का भी होगा उपयोग मेला क्षेत्र में स्थापित शिविरों में ही नहीं, बल्कि बाहर भी लाइट जाने पर अंधेरा न हो, इसकी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। शिविरों के बाहर 67 हजार नार्मल लाइट्स की व्यवस्था की जा रही है। बैकअप के लिए दो हजार सोलर हाईब्रिड लाइट्स की व्यवस्था की गई है।

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