Move to Jagran APP

UP News: घूसखोरी में गिरफ्तार DCF सचिव को भेजा गया जेल, व‍िजि‍लेंस ने भेजी र‍िपोर्ट; जल्द निलंबन की कही बात

सहकारी फेडरेशन (डीसीएफ) लिमिटेड के सचिव कृष्ण चंद्र त्रिपाठी को बुधवार शाम वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इसके साथ ही उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की ओर रिपोर्ट भेजी गई है और जल्द ही निलंबन की बात कही गई है। उधर रिश्वतखोरी में सचिव की गिरफ्तारी को लेकर विभाग में तरह-तरह की चर्चा होती रही।

By Tara GuptaEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Wed, 08 Nov 2023 07:19 PM (IST)
Hero Image
घूसखोरी में गिरफ्तार डीसीएफ सचिव को भेजा गया जेल (लाल घेरे में)।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। घूसखोरी के आरोप में फंसे जिला सहकारी फेडरेशन (डीसीएफ) लिमिटेड के सचिव कृष्ण चंद्र त्रिपाठी को बुधवार शाम वाराणसी स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इसके साथ ही उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की ओर रिपोर्ट भेजी गई है और जल्द ही निलंबन की बात कही गई है। उधर, रिश्वतखोरी में सचिव की गिरफ्तारी को लेकर विभाग में तरह-तरह की चर्चा होती रही।

देल्हूपुर प्रतापगढ़ निवासी कृष्ण चंद्र का दो साल बाद रिटायरमेंट था।  फूलपुर के एतमादपुर उर्फ मिश्रापुर निवासी आलोक कुमार की सिलोखरा में डीसीएफ उर्वरक बिक्री केंद्र संचालित है। अलोक कुमार बिक्री केंद्र के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए जिला सहकारी फेडरेशन के आंकिक/प्रभारी सचिव कृष्ण चंद्र त्रिपाठी से संपर्क किया था।

यह भी पढ़ें: Prayagraj: डीसीएफ की जमीन कब्जा कराने में भी रिश्वतखोर सचिव रडार पर, सहकारिता विभाग के कई अधिकारियों पर भी है मिलीभगत करने का आरोप

तब सचिव ने आलोक से कहा था कि अगर वह 20 हजार रुपये देंगे तो उनकी फाइल आगे बढ़ाकर लाइसेंस नवीनीकरण करवा देगा। यदि पैसा नहीं मिला तो लाइसेंस निरस्त करके दूसरे को आवंटित कर देगा। इससे परेशान आलोक ने विजिलेंस में शिकायत की थी। विजिलेंस ने गोपनीय तरीके से जांच की और फिर मंगलवार दोपहर जार्जटाउन स्थित सहकारी फेडरेशन के कार्यालय से सचिव कृष्ण चंद्र को रंगेहाथ घूस लेते गिरफ्तार कर लिया था। उसके खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा कायम किया गया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।