Prayagraj News: कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लेने सड़क पर उतरे डीएम, चलवाईं ड्रिल मशीन व कुदाल
प्रयागराज कुंभ मेले की तैयारियों के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बुधवार शाम औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सड़क और रेल ऊपरगामी सेतु (आरओबी) के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने लिए और लैब में जांच के लिए भेजा। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ को लेकर हो रहे निर्माण कार्याें की गुणवत्ता की सच्चाई जानने के लिए बुधवार शाम जिलाधिकारी (डीएम) नवनीत सिंह चहल सड़क पर उतरे। उन्होंने हकीकत परखने के लिए सड़क न केवल कुदाल बल्कि ड्रिल मशीन भी चलवाई।
निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की गुणवत्ता खराब हाेने की आशंका पर गिट्टी, बालू सहित छह नमूनों को जांच के लिए लैब भिजवाया। साथ ही जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही।
सड़क से लेकर रेल ऊपरगामी सेतु (आरओबी) के निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की टेस्टिंग रिपोर्ट देखी। अधीनस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों को गुणवत्ता में खराबी न होने को लेकर चेतावनी दी और समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए।
इसे भी पढ़ें-अवैध मतांतरण के लिए दिल्ली की NGO में बुना गया था गहरा जाल
महाकुंभ को लेकर कई प्रमुख परियोजना चल रही है, जिसके तहत अलग-अलग निर्माण कार्य हो रहे हैं। बुधवार शाम डीएम फाफामऊ-शांतिपुरम-गोहरी मार्ग पर निर्माणाधीन रेल ऊपरगामी सेतु (आरओबी) के पास पहुंचे। पिक्टोरियल चार्ट को देखकर अधिशाषी अभियंता से चार्ट के अनुसार कितना कार्य पूर्ण होने की जानकारी ली।
उन्होंने आरओबी में लगाए जा रहे फ्लाईऐश के बारे में पूछताछ की। गुणवत्ता में कमी होने की आशंका पर सरिया, सीमेंट, बालू और गिट्टी के नमूने लिए। उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के अधिकारियों को प्रोजेक्ट के कार्य को हर हाल में 31 अक्टूबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस आरओबी की लागत 147 करोड़ रुपये है जिसकी लंबाई 725.615 मीटर है। आरओबी का जायजा लेने के बाद वह बड़गांव से मऊआइमा को जाने वाली रोड का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्होंने कुदाल और ड्रिल मशीन से सड़क की खोदाई करवाई और मैटेरियल की जांच थर्ड पार्टी के अधिकारियों से करवाई।
आशंका होने पर यहां से भी गिट्टी और बालू के नमूने लेकर लैब भिजवाए गए। इसके बाद उन्होंने गारापुर-सिकंदरा-बहरिया मार्ग पर किए जा रहे चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के कार्य को देखा और मार्ग की खोदाई कराई।
इसे भी पढ़ें-पूर्वांचल में स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर लगेगी लगाम, काशी से होगी निगरानी
ग्रेडेशन टेस्टिंग कराते हुए लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड चार के अधिशासी अभियंता सुरेंद्र सिंह को इसके लिए चेतावनी भी दी। डीएम ने थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी के प्रतिनिधियों से प्रयुक्त सामग्री की मानकता की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की एमएनआइटी के द्वारा की गई टेस्टिंग रिपोर्ट को भी देखा।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा कि ओबी और विभिन्न सड़क परियोजना की निर्माण सामग्री को मौके पर परखा गया। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने लैब भिजवाए गए हैं। संबंधित अधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।