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Income tax: आयकर जमा करने में प्रयागराज प्रथम, अंतिम पायदान पर है गोरखपुर; वजह जानने को विभाग कर रहा मंथन

गोरखपुर में मात्र 10 लोग ही ऐसे हैं जो एक करोड़ से अधिक कर जमा करते हैं। गोरखपुर में व्यापार अच्छा है और वहां कई फैक्ट्रियां भी हैं। इसके बावजूद कर जमा करने वालों की संख्या बेहद कम किन कारणों से है इस पर मंथन किया जा रहा है। वहीं संगम नगरी में एक करोड़ का कर जमा करने वालों की संख्या 123 है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 16 Sep 2023 09:04 AM (IST)
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संगमनगरी में एक करोड़ का कर जमा करते हैं 123 लोग। -जागरण ग्राफिक्स

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। किसी शहर की प्रतिष्ठा की गणना वहां के आयकर जमा करने वालों की संख्या से भी होती है। हर कोई यह जानना चाहता है कि उनके शहर में सालाना एक करोड़ से अधिक का कर जमा करने वाले कितने लोग हैं। आयकर विभाग ने हाल में ऐसा ही एक आंकड़ा निकाला है, जिसमें संगम नगरी पहले नंबर पर है। यहां 123 ऐसे लोग हैं, जो एक करोड़ से अधिक का कर जमा करते हैं। वहीं, गोरखपुर इसमें सबसे पीछे हैं। यहां सिर्फ 10 लोग ही एक करोड़ से अधिक का कर भरते हैं। जबकि बरेली में 105 लोग इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हैं। गोरखपुर में संख्या किन कारणों से कम है, इसके लिए आयकर विभाग की टीम जांच पड़ताल में लगी है।

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प्रयागराज मुख्यालय के अंतर्गत आते हैं 48 जिले

आयकर विभाग के प्रयागराज मुख्यालय के अंतर्गत 48 जनपद आते हैं। इसमें उत्तराखंड के हल्द्वानी, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, ऊधम सिंह नगर व वागेश्वर जिले भी शामिल हैं। इसके अलावा विभाग के दायरे में आने वाले प्रदेश के 42 जिले में कितने बड़े करतदाता हैं, इसकी समय-समय पर विभाग द्वारा समीक्षा की जाती है। कुछ दिन पहले मुख्य आयकर आयुक्त डा. शिखा दरबारी ने एक करोड़ से अधिक कर जमा करने वाले आयकरदाताओं के आंकड़े निकलवाए।

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प्रयागराज में एक करोड़ से ज्यादा कर जमा करते हैं 123 लोग

पता चला कि प्रयागराज में 123 ऐसे करदाता हैं, जो सालाना एक करोड़ से अधिक कर जमा करते हैं। वहीं, बरेली में 105 लोग ऐसे हैं, जो इस दायरे में हैं। जबकि गोरखपुर में मात्र 10 लोग ही ऐसे हैं, जो सूची में शामिल हैं। गोरखपुर में व्यापार अच्छा है और वहां कई फैक्ट्रियां भी हैं, बावजूद इसके संख्या बेहद कम किन कारणों से है, इस पर मंथन किया जा रहा है। मुख्य आयकर आयुक्त डा. शिखा दरबारी का कहना है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा लगातार आयकरदाताओं में बढ़ोतरी हो रही है। राजस्व भी बढ़ा है। इसे और बढ़ाने के लिए एक-एक बिंदु पर अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मंथन किया जा रहा है।

अग्रिम कर भुगतान न करने वालों को देना होगा ब्याज

दूसरी तिमाही की अग्रिम कर भुगतान की अंतिम तिथि 15 सितंबर थी। ऐसे में किसी भी कार्रवाई से बचने के लिए आयकरदाताओं को भुगतान करना था। लेकिन बड़ी संख्या में करदाताओं ने अग्रिम कर का भुगतान नहीं किया। अब शनिवार से अग्रिम भुगतान न करने वालों की सूची तैयार होगी। इसमें जो करदाता रहेंगे, उन्हें धारा 234 (ए,बी व सी) के तहत अग्रिम कर भुगतान के लिए ब्याज देना होगा। इस अग्रिम कर भुगतान में एक अच्छी बात करदाताओं के लिए छूट रही। जिसमें वह अपनी आय की घोषणा स्वयं करके उसी आय की घोषणा के आधार पर भुगतान कर सकते हैं। मुख्य आयकर अधिकारी डा. शिखा दरबारी ने बताया कि आयकरदाताओं की शिकायतों का निस्तारण भी जरूरी है, इसलिए तीन से 17 अक्टूबर तक शिकायत निपटारा पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा।

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