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UPPCL: प्रयागराज से 10 राज्यों को मिलेगी बिजली, बन रहा है 2400 मेगावाट का नया पावर प्लांट

प्रयागराज में बन रहा है 2400 मेगावाट का नया बिजली संयंत्र जिससे 10 राज्यों को बिजली मिलेगी। इस संयंत्र से बिजली उत्पादन शुरू होने से उत्तर प्रदेश राजस्थान पंजाब जम्मू-कश्मीर उत्तराखंड और चंडीगढ़ को बिजली मिल रही है। तीन नई यूनिट लगने के बाद बिहार उड़ीसा दिल्ली झारखंड और बंगाल को भी बिजली मिलेगी। फिलहाल प्रयागराज पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (पीपीजीसीएल) 660-660 यूनिट की तीन इकाइयां चल रही हैं।

By amarish kumar Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 13 Sep 2024 02:53 PM (IST)
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बिजली संयंत्र बनाने में लगभग 35 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जागरण

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। संगम नगरी को अब तक की सबसे बड़ी परियोजना की सौगात मिली है। मेजा के कोहड़ार में स्थापित एनटीपीसी के बिजली संयंत्र में लगभग 35 हजार करोड़ रुपये और निवेश होंगे, जहां 800-800 मेगावाट की तीन नई यूनिट स्थापित होंगी। यहां पहले से ही 660 मेगावाट की दो इकाइयां हैं। पहली इकाई में बिजली उत्पादन 2019 में तथा दूसरी इकाई में 2022 में उत्पादन शुरू हुआ था।

तीनों नई यूनिट के लिए जिला प्रशासन की ओर से जमीन पूर्व में ही दे दी गई है। ये तीनों यूनिट भी पहली व दूसरी यूनिट के पास में ही स्थापित होंगी। नई यूनिटों के निर्माण के लिए कार्य शुरू करा दिया गया है।

तीनों नई यूनिटों से 2028 में बिजली उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए रेलवे ने बिजली संयंत्र को ईडीएफसी से कनेक्ट कर दिया है, जिससे कोयला की रैक सीधे संयंत्र में पहुंचेगी। अब इस संयंत्र से 3720 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा, जो प्रदेश का सबसे बड़ा थर्मल पावर जेनरेशन प्लांट हो जाएगा।

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अभी यहां से पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तरांचल और केंद्र शासित चंडीगढ़ को बिजली दी जाती है, जबकि तीन नई यूनिट स्थापित होने के बाद बिहार, उड़ीसा, दिल्ली, झारखंड व बंगाल को भी बिजली मिल सकेगी। सुपर क्रिटिकल तकनीक के चलते इससे पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।

जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि प्रयागराज में 2400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली पैदा होगी, यह जनपद के लोगों के लिए काफी सुखद होगा। इससे मेजा और कोरांव क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। नौकरियों के साथ ही कई क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। नई यूनिट के लिए प्रशासन हर संभव मदद दे रहा है।

नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (यूपीआरवीयूएन) का संयुक्त उपक्रम मेजा ऊर्जा संयंत्र कोहड़ार है। इस संयंत्र में तीन नई यूनिट का काम तेजी से शुरू हो गया है। चार वर्षों में उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।

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बारा में भी 660 यूनिट की तीन इकाइयां चल रहीं

एनटीपीसी डीजीएम एचआर मनोज वर्मा ने कहा कि प्रयागराज के बारा स्थित निजी क्षेत्र के प्रयागराज पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (पीपीजीसीएल) 660-660 यूनिट की तीन इकाइयां चल रही हैं, जिससे कुल 1960 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है। मेजा की पांचों यूनिटों से उत्पादन शुरू होने पर जिले में 5680 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। इससे प्रदेश में प्रयागराज बिजली उत्पादन का सबसे बड़ा हब बन जाएगा।

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