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कहीं तैयार हो गए बाग तो कहीं हो रही खेती, माफिया अतीक ने 330 करोड़ की संपत्तियों पर किया था कब्जा, अब हो रहा है सर्वे

Prayagraj News शत्रु संपत्तियों के सर्वे में नित नए प्रकरण सामने आ रहे हैं। रविवार को सोरांव तहसील क्षेत्र के पांच गांवों में 66 शत्रु संपत्तियों का सर्वे हुआ। ज्यादातर शत्रु संपत्तियों पर वर्षों से अवैध कब्जा पाया गया। कुछ में खेती हो रही तो कई में बाग लगे हैं। कुछ पर अवैध निर्माण है। यहां लगभग सभी शत्रु संपत्तियों पर अवैध कब्जा है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Mon, 27 Nov 2023 03:43 PM (IST)
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माफिया अतीक ने 330 करोड़ की संपत्तियों पर किया था कब्जा

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। शत्रु संपत्तियों के सर्वे में नित नए प्रकरण सामने आ रहे हैं। रविवार को सोरांव तहसील क्षेत्र के पांच गांवों में 66 शत्रु संपत्तियों का सर्वे हुआ। ज्यादातर शत्रु संपत्तियों पर वर्षों से अवैध कब्जा पाया गया। कुछ में खेती हो रही तो कई में बाग लगे हैं। कुछ पर अवैध निर्माण है।

सोरांव में लालगोपालगंज नगर पंचायत के पास में स्थित निंदूरा गांव में सबसे ज्यादा 51 शत्रु संपत्तियां मिलीं हैं। इनका व्यापक तौर पर सर्वे कराया गया। यहां लगभग सभी शत्रु संपत्तियों पर अवैध कब्जा है। इसी तरह नवाबगंज के पास स्थित बेरांवा गांव नौ, कमालपुर में तीन, इब्राहिमपुर में दो व परमानंदपुर में एक शत्रु संपत्ति का सर्वे कराया गया।

पुरानी टाकीज भी है शत्रु संपत्ति

लालगोपालगंज के पास प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर स्थित इब्राहिमपुर में पुरानी टाकीज भी शत्रु संपत्ति है। हाईवे पर स्थित कुछ संपत्तियों पर तो मार्केट बना दी गई है। सर्वे के लिए शत्रु संपत्ति अभिरक्षक का कार्यालय अलीगंज, लखनऊ के वरिष्ठ सलाहकार पुष्कर श्रीवास्तव और सर्वेक्षक अशोक सिंह की कमेटी गठित की गई है।

दोनों अधिकारी प्रयागराज में कैंप कर रहे हैं। कमेटी के साथ तहसील के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक व लेखपाल भी सर्वे में शामिल रहे। शत्रु संपत्तियों की पैमाइश भी करा दी गई। जल्द ही कब्जाधारकों को तहसील प्रशासन की ओर से नोटिस भेजा जाएगा।

सर्वेक्षक ने बताया कि अवैध कब्जा से मुक्त कराकर ये संपत्तियां जल्द ही नीलाम की जाएंगी। कब्जाधारकों से वर्ष 1947 से किराया भी वसूला जाएगा।

सोरांव के इन गांवों में भी शत्रु संपत्ति

सोरांव तहसील क्षेत्र में नगर निगम क्षेत्र के गद्दोपुर, रुदापुर, चंदापुर, दिलावलपुर में काफी शत्रु संपत्तियों का पता चला है। इन गांवों में 40 से ज्यादा बताई जा रही हैं। मऊआइमा, लालगोपालगंज नगर पंचायत के सात वार्डों में भी 32 से ज्यादा शत्रु संपत्तियों की जानकारी मिली है।

सोरांव तहसील के महरौड़ा, कृपालपुर, डोमनीमऊ, जलालपुर, मोहम्मदपुर नौगवां, सुल्तानपुर अकबरपुर, बांका जलालपुर, सेवइत, बरई हरक, दहियांवा, नई बस्ती, पठान का पुरवा, हरैयाबाग, कोराली, सिसई सिपाह व कलंदरपुर गांव में सर्वे होगा।

तीन अरब से ज्यादा की संपत्ति पर माफिया का कब्जा

माफिया अतीक अहमद तथा उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने कई शत्रु संपत्तियों पर कब्जा किया था। दोनों ने फर्जी तरीके से अभिलेखों में हेराफेरी कर कई संपत्तियां बेच भी दी थी। दोनों के गुर्गों के साथ ही कई भूमाफिया ने शहर पश्चिमी क्षेत्र में कुछ संपत्तियों पर प्लाटिंग भी कर दिया है।

लगभग 330 करोड़ रुपये की शत्रु संपत्ति आपराधिक प्रवृत्ति के लोग कब्जा किए हैं। यही नहीं माफिया ने पिछले डेढ़ दशक में करोड़ों की शत्रु संपत्तियां बेच भी दी है। इस गड़बड़झाला में पीडीए के साथ ही तहसील के कर्मचारियों की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।

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सूचीबद्ध कर कब्जे से मुक्त कराने के लिए अभियान शुरू होगा। इसके लिए प्रशासनिक टीम की ओर से तैयारी की जा रही है। इसमें ज्यादातर शत्रु संपत्तियां शहर पश्चिमी के नगर निगम व ग्रामीण क्षेत्र में हैं। कब्जा मुक्त कराने के ये संपत्तियां नीलाम की जाएंगी। इसके लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी हो चुके हैं।

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