Prayagraj: अतीक के बेटों के जुलूस में शामिल दो गिरफ्तार, माफिया के ढहाए गए मकान में छिपा रहे थे बम
Prayagraj News माफिया अतीक के बेटे एहजम व अबान को बाल गृह से निकाले जाने के बाद जूलूस में शामिल अनीश अख्तर उर्फ कबाड़ी और उसके बेटे मो. रहमान को सात बम के साथ गिरफ्तार किया गया है। खुल्दाबाद पुलिस ने दोनों को चकिया स्थित माफिया के ढहाए गए कार्यालय के पास से दबोचा।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Tue, 17 Oct 2023 11:51 AM (IST)
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। माफिया अतीक के बेटे एहजम व अबान को बाल गृह से निकाले जाने के बाद जूलूस में शामिल अनीश अख्तर उर्फ कबाड़ी और उसके बेटे मो. रहमान को सात बम के साथ गिरफ्तार किया गया है।
खुल्दाबाद पुलिस ने दोनों को चकिया स्थित माफिया के ढहाए गए कार्यालय के पास से दबोचा। दोनों खंडहर में बम छिपाने के लिए पहुंचे थे, तभी पुलिस ने घेरेबंदी करके पकड़ा। दारोगा अमित कुमार की ओर से खुल्दाबाद थाने में मुकदमा लिखवाया गया है।
कबाड़ का काम करता है अनीश
चकिया कसारी-मसारी निवासी अनीश कबाड़ का काम करता था। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि अनीश और उसका बेटा माफिया अतीक परिवार के लिए लंबे समय से काम कर रहे थे। रहमान एनकाउंटर में ढेर हुए असद और जेल में बंद अली अहमद के साथ भी रहता था।अनीश का अतीक से काफी लगाव था और उसके इशारे पर काम भी करता था। धूमनगंज में उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या के बाद पुलिस ने अनीश के घर पर भी छापेमारी की थी। हत्याकांड के बाद ही लावारिस हालत में मिले अतीक के नाबालिग बेटे एहजम व अबान को बाल गृह में भेज दिया गया था। इसी दौरान एहजम की उम्र 18 साल हो गई।
इसे भी पढ़ें: कानपुर में 50 हजार की रिश्वत लेते इंस्पेक्टर रंगेहाथ गिरफ्तार, थाना में सरकारी आवास पर बुलाकर ली रकम
बाल कल्याण समिति के फैसले के उपरांत नौ अक्टूबर को दोनों भाई को वहां से निकाल दिया गया और रहने के लिए असरौली हटवा निवासी परवीन के घर भेजा गया। इसी बीच रास्ते में उनके समर्थक और साथियों ने जुलूस निकालते हुए जश्न मनाया था।
वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ तो पुलिस छानबीन में जुट गई थी और अनीस व उसके बेटे की पहचान हुई थी। इंस्पेक्टर खुल्दाबाद अनुराग शर्मा का कहना है कि दोनों आरोपितों को बम के साथ गिरफ्तार किया गया है। बाप-बेटे जुलूस में भी शामिल थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।