IGRS की शिकायतों का फर्जी निस्तारण करने वालों की खैर नहीं, DM ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी
अब आईजीआरएस की शिकायतों का फर्जी निस्तारण करने वालों की खैर नहीं होगी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने चेतावनी दी है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब निस्तारण रिपोर्ट पर जिला स्तरीय अधिकारी हस्ताक्षर करेंगे। राजस्व और गांवों की शिकायतों पर एसडीएम व बीडीओ के दस्तखत होंगे। जिले की रैकिंग पूरे प्रदेश में सबसे नीचे 75वें स्थान पर आ गई थी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। आइजीआरएस की शिकायतों का फर्जी निस्तारण करने वालों की अब खैर नहीं होगी। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यह चेतावनी डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने दी है।
उन्होंने बताया कि विभागों में इन शिकायतों के निस्तारण के लिए कर्मचारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया था, जो लापरवाही बरतते थे। अब निस्तारण रिपोर्ट पर जिला स्तरीय अधिकारी हस्ताक्षर करेंगे।
राजस्व और गांवों की शिकायतों पर एसडीएम व बीडीओ के दस्तखत होंगे। डीएम ने बताया कि वह स्वयं फीडबैक ले रहे हैं। जबकि अधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिए गए हैं।
बार-बार झूठी शिकायत करने वालों को दी जाएगी चेतावनी
उल्लेखनीय है कि आइजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का जिले में पिछले कुछ माह से विभिन्न विभागों द्वारा फर्जी निस्तारण किया गया था, जिससे जिले की रैकिंग पूरे प्रदेश में सबसे नीचे 75वें स्थान पर आ गई थी। बार-बार झूठी शिकायत करने वालों को चेतावनी दी जाएगी।
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लेखपाल-कानूनगो के खिलाफ होगी कार्रवाई
बताया कि रविवार को मीडिया से मुखातिब डीएम ने बताया कि वरासत व भूउपयोग (धारा-80) की फाइल 15 दिन में फाइनल करना है, वरना लेखपाल व कानूनगो के खिलाफ कार्रवाई होगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे, रिंग रोड समेत विभिन्न परियोजनाओं में मिट्टी खोदाई की अनुमति के लिए चार एडीएम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ई-ऑफिस के लिए तेजी से कार्यवाही चल रही है। जल्द ही कलेक्ट्रेट से ई-ऑफिस की शुरुआत करा दी जाएगी।
महाकुंभ की परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए अब प्रयास भी तेज हो गए हैं। महाकुंभ के कार्यों को पूरा करने के लिए 10 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके बाद ही प्रधानमंत्री का आगमन होगा। महाकुंभ में पेइंग गेस्ट योजना को लेकर बड़ी तैयारी है।
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