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106KM सड़क की जा रही चौड़ी, दिसंबर तक पूरा हो जाएगा रायबरेली-प्रयागराज हाईवे का काम; यूपी के इन जिलों को मिलेगा फायदा

रायबरेली-प्रयागराज फोरलेन परियोजना में देरी पर एनएचएआइ चेयरमैन संतोष यादव ने असंतोष जताते हुए इसे दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया। इस प्रोजेक्ट के तहत 106 किमी सड़क चौड़ी की जा रही है। महाकुंभ के मद्देनजर सभी सड़कों पर एंबुलेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और आपातकालीन अस्पतालों की मैपिंग की व्यवस्था होगी। चेयरमैन ने परियोजनाओं की दैनिक समीक्षा और आवश्यक सुधार हेतु निर्देश भी जारी किए।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 06 Nov 2024 07:47 PM (IST)
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रायबरेली - प्रयागराज हाईवे - प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। रायबरेली-प्रयागराज हाईवे फोरलेन का काम पीछे होने पर एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव ने असंतोष जताया। एनएचएआइ के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि दिसंबर तक किसी भी हाल में इस परियोजना का काम पूरा हो जाना चाहिए। इस हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य 1636 करोड़ रुपये में हो रहा है। इसके तहत 106 किमी सड़क चौड़ी की जा रही है।

चेयरमैन ने बुधवार को प्रदेश के प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान के साथ एनएचएआइ के कार्यों की मेला प्राधिकरण के सभागार में समीक्षा की। एनएचएआइ की महत्वपूर्ण परियोजनाओं में रायबरेली-प्रयागराज हाईवे भी शामिल है। प्रयागराज-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायबरेली से लखनऊ तक 82 किमी पहले ही फोरलेन है जबकि रायबरेली से प्रयागराज तक टूलेन ही थी।

प्रयागराज से रायबरेली तक जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार व आनापुर में कुल 24.14 किमी का बाईपास व सई नदी पर पुल बन रहा है। नवाबगंज से मलाक हरहर तक ज्यादा ट्रैफिक होने के चलते लगभग 8.5 किमी तक हाईवे को सिक्सलेन किया जा रहा है। लालगोपालगंज से नवाबगंज तक 18 किमी तक फोरलेन बनेगा। इस हाइवे से लखनऊ के साथ ही बरेली, मुरादाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ उत्तराखंड से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।

चेयरमैन ने की समीक्षा

चेयरमैन ने रिंग रोड और गंगा पर बन रहे सिक्सलेन ब्रिज संबंधित सभी कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने तीनों परियोजनाओं के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से उनके वीकली माइक्रो प्लान के टारगेट को समझते हुए कार्यों में आ रही मैटेरियल, मैनपावर एवं फंड संबंधित समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। तीनों परियोजनाओं में जहां भी मैटेरियल अथवा मैनपावर संबंधित समस्याएं बताई गईं।

वहां उन्होंने एनएचएआइ के अन्य शहरों से रिसोर्सेस एवं मैनपावर को शिफ्ट करते हुए कार्यों में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए। सभी प्रोजेक्ट डायरेक्टर को कार्यों की प्रतिदिन प्रगति समीक्षा करते हुए रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। स्पष्ट किया कि वह स्वयं वीडियो कांफ्रेंसिंग से कार्यों की प्रगति समीक्षा करेंगे।

महाकुंभ से संबंधित एनएचएआइ की सभी सड़कों पर आपरेशन एंड मेंटेनेंस की विशेष व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर छोटी मोटी मरम्मत का काम तुरंत कराया जा सके। इस कार्य के दृष्टिगत उन्होंने हर आपरेशन एंड मेंटेनेंस एजेंसी को एक विशेष टीम लीडर नियुक्त करने को कहा।

हाईवे पर लगाई जाएं एंबुलेंस, अस्पतालों की हो मैपिंग

चेयरमैन ने कहा कि महाकुंभ से संबंधित एनएचएआइ की सभी सड़कों पर बीएलएस एवं एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। उन सड़कों के आसपास स्थित सभी हास्पिटलों की मैपिंग कराते हुए आपातकालीन स्थिति में निकटतम अस्पताल तक पहुंचने की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। सभी सड़कों पर इंसिडेंट वेहिकल्स डिप्लाय करने के निर्देश दिए हैं।

सभी सड़कों पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, डिवाइडर्स पर पेंटिंग, फाग रिफ्लेक्टर तथा प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था कराने के भी निर्देश दिए। सभी रीजनल आफिसर व प्रोजेक्ट डायरेक्टर अपने सेफ्टी कंसल्टेंट से बात कर रोड वाइज सेफ्टी प्लान भी बनाकर प्रस्तुत करें।

प्रमुख सचिव नगर विकास ने सभी एनएचएआइ की सड़कों पर आइआरसी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए अपेक्षित फारमेट में मल्टी लैंग्वेज साइन बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए। प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी ने सभी कार्यों की मानीटरिंग के लिए रेगुलर रिव्यू मीटिंग करने तथा मंडलायुक्त ने एनएचएआइ के अधिकारियों को सभी संबंधित जनपदों के अधिकारियों से बेहतर समन्वय बनाते हुए काम करने को कहा।

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