Move to Jagran APP

MahaKumbh 2025: रेल चेन कराएगी प्रयाग से अयोध्या और काशी की यात्रा, चलेंगी 1225 महाकुंभ स्‍पेशल ट्रेनें

रेलवे ने बीते वर्षों में प्रयागराज क्षेत्र में दोहरीकरण रेल मार्गों का उन्नयन रोड ओवर ब्रिज एवं रोड अंडर ब्रिजों का निर्माण कर अपनी क्षमता में बढ़ोतरी की है। प्रयागराज क्षेत्र के सभी नौ स्टेशनों प्रयागराज जंक्शन प्रयागराज छिवकी नैनी सूबेदारगंज प्रयागराज रामबाग प्रयागराज संगम झूंसी एवं फाफामऊ को और अधिक विकसित किया गया है जिससे सभी स्टेशनों की क्षमताओं में वृद्धि हुई है।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 11 Oct 2024 01:07 PM (IST)
Hero Image
महाकुंभ को लेकर रेलवे की तैयारियों की जानकारी देते डीआरएम हिमांशु बडोनी। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ के आयोजन में रेलवे की महत्वपूर्ण भूमिका है। लगभग 30 प्रतिशत श्रद्धालु ट्रेनों से ही आएंगे। इसीलिए भारतीय रेल ने 1225 महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों के संचालन की तैयारी की है। आवश्यकता पड़ने पर इसे 1600 तक बढ़ाया जा सकेगा।

सबसे ज्यादा उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज जोन पर जिम्मेदारी है। इसके साथ उत्तर रेलवे नई दिल्ली के लखनऊ मंडल व उत्तर पूर्व रेलवे के वाराणसी मंडल भी बड़े स्तर पर तैयारी कर रहा है। तीनों रेल मंडल मिलकर महाकुंभ के दौरान रेल चेन से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को अयोध्या व काशी की भी तीर्थ यात्रा कराई जाएगी। यह सुविधा प्रयाग से काशी होकर अयोध्या और प्रयाग से अयोध्या होकर काशी जाने की भी होगी।

एनसीआर के प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी ने गुरुवार दोपहर महाकुंभ को लेकर रेलवे की योजनाओं की मीडिया को जानकारी दी। एडीआरएम प्रयागराज मंडल संजय कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे संयुक्त रूप से श्रद्धालुओं को सेवाएं उपलब्ध कराएंगे, जिसमें उत्तर मध्य रेलवे तीनों रेलवे के बीच समन्वय करेगा।

महाकुंभ को भव्‍य बनाने में जुटा प्रशासन।-जागरण 


इसे भी पढ़ें-कानपुर IIT की पीएचडी छात्रा ने फंदा लगाकर दी जान, एक साल में चौथी आत्‍महत्‍या से हड़कंप

बताया कि कुंभ मेला-2019 में 694 गाडियां चलाई गई थीं, इस बार 1225 गाड़ियां चलाई जाएंगी। आवश्यकता पड़ने पर इसे 1600 गाड़ियों तक बढ़ाया जा सकता है। मौनी अमावस्या पर यात्रियों को प्रयागराज से प्रस्थान करने के लिए 284 गाड़ियां चलाने का प्लान तैयार किया है।

मौनी अमावस्या पर प्रयागराज जंक्शन से 123, नैनी से 15, छिंवकी से 31, सूबेदारगंज से 11, प्रयाग जंक्शन से 22, फाफामऊ से 26, रामबाग से 16 व झूंसी 34 ट्रेनें चलेंगी। इसके अतिरिक्त पूरे मेला के दौरान 140 नियमित गाड़ियां भी प्रतिदिन सेवाएं प्रदान करेंगी।

प्रयागराज क्षेत्र में अतिरिक्त टिकट काउंटरों की सहायता से प्रति घंटे 80 हजार यात्रियों को टिकट वितरित किया जा सकेगा और प्रतिदिन 10 लाख टिकट जारी किए जा सकेंगे। बताया कि रेलवे ने वेटिंग रूम, वेटिंग हाल, स्लीपिंग पॉड, रिटायरिंग रूम, एग्ज़ीक्यूटिव लाउंज, बैट्री आपरेटेड कार, व्हील चेयर, खानपान सुविधा, प्राथमिक चिकित्सा, यात्री सुविधा केंद्र, पर्यटक बूथ, प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र एवं क्लाक रूम की व्यवस्था की है।

ट्रेनों से प्रयागराज की यात्रा होगी आसान।-जागरण


महाकुंभ को रेलवे ने जारी किया टोल फ्री नंबर 1800 4199 139

प्रेस वार्ता में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक-कोचिंग हिमांशु शुक्ला ने महाकुंभ मेल-2025 में यात्रियों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर-1800 4199 139 जारी किया। इस टोल फ्री नंबर के माध्यम से यात्री सभी प्रकार जानकारियां काल सेंटर से प्राप्त कर सकेंगे।

बताया यात्रियों को "बहुभाषी घोषणा प्रणाली" की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके माध्यम से महाकुंभ के दौरान देश के कोने-कोने से आए हुए श्रद्धालुओं को यात्रा संबंधित सूचनाएं रेलवे स्टेशनों पर तथा मेला क्षेत्र में विभिन्न भाषाओं में उद्घोषित की जाएंगी। इस बार तीन नई पहल हुई है। पहला टोल फ्री नंबर, दूसरा बहुभाषी घोषणा प्रणाली व तीसरा शोविनियर है।

इसे भी पढ़ें-श्रीकाशी विश्वनाथ के गर्भ में गिरे थे श्रद्धालु, अब ड्यूटी में लापरवाही पर पांच पुलिसकर्मी निलंबित

आपूर्ति बाधित में बाधा ना आने के दिए गए निर्देश। जागरण


बत्ती गुल पर हो चार तरह के बैकअप प्लानिंग

वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता कुंवर सिंह यादव ने स्टेशनों पर निर्बाध विद्युत उपलब्धता के लिए चार स्तर की योजना है। आपूर्ति बाधित होने पर वैकल्पिक व्यवस्था में डीजी बैकअप, एटी सप्लाई, यूपीएस इन्वर्टर एवं रिचार्जेबल बल्ब से यात्रियों को प्रकाश की सुविधा मिलेगी। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक गुड्स अतुल यादव, स्टेशन निदेशक प्रयागराज जंक्शन, वीके द्विवेदी एवं पीआरओ अमित कुमार सिंह मौजूद रहे।

सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम

स्टेशनों पर सुरक्षा के भी तगड़े प्रबंध किए जा रहे हैं। आठ किमी क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी होगी, जिसका वीडियो कंट्रोल रूम में डिस्प्ले होगा। होल्डिंग एरिया एक लाख क्षमता के हैं, जिसमें पहले यात्रियों को रोका जाएगा, जिसके बाद प्लेटफार्म पर भेजा जाएगा। स्पेशल आपरेशन प्रोटोकाल (एसओपी) लागू हो जाएगी। इमरजेंसी और कंटीजेंसी प्लान तैयार हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।