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रेल मंत्री ने महाकुंभ की तैयारियों पर दिया अपडेट, रेलवे चलाएगा रिकॉर्ड संख्या में ट्रेनें; मिलेगी बेहतर सुविधाएं

महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में रेलवे की ओर से रिकॉर्ड संख्या में ट्रेनें संचालित की जाएंगी। रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने महाकुंभ के लिए रेलवे की ओर से की जा रही तैयारियों की जानकारी रविवार को एक्स पर शेयर किया। अलग-अलग तीन पोस्ट में उन्होंने रेलवे के प्रबंध को बिंदुवार दर्शाया है। साथ ही महाकुंभ और अफसरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने की फोटो भी अपलोड किया है।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Riya Pandey Updated: Sun, 29 Sep 2024 08:42 PM (IST)
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महाकुंभ पर रेलवे की तैयारियों पर अपडेट
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में रेलवे की ओर रिकार्ड संख्या में ट्रेनें संचालित की जाएंगी। रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने महाकुंभ के लिए रेलवे की ओर से की जा रही तैयारियों की जानकारी रविवार को एक्स पर शेयर किया। अलग-अलग तीन पोस्ट में उन्होंने रेलवे के प्रबंध को बिंदुवार दर्शाया है। साथ ही महाकुंभ और अफसरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने की फोटो भी अपलोड किया है।

पोस्ट के मुताबिक महाकुंभ में भारतीय रेलवे रिकॉर्ड संख्या में ट्रेनें, एडवांस्ड ट्रैक और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने को तैयार है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि महाकुंभ मेला 2025 के लिए रेलवे कुल 992 स्पेशल ट्रेनों का संचालन करेगा। ट्रेन सुविधाओं और यात्री सुविधाओं के लिए 933 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

रेल मंत्री ने हाई लेवल मीटिंग कर की तैयारियों की समीक्षा

रेल मंत्री ने इसे लेकर एक हाई लेवल मीटिंग में तैयारियों की समीक्षा की है। रेलवे की सभी तैयारियों को फाइनल टच देते हुए एक्स पर अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए बड़ी जानकारी शेयर की है। यात्री सुविधा कार्यों के लिए कुल 495 करोड़ रुपये की लागत के साथ कई अलग-अलग सुविधाएं मिलेंगी।

यात्री सुविधाओं के लिए टिकटिंग कैपिसिटी को कई गुना बढ़ाया गया है और कई सुविधाओं पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इसमें यात्री शेल्टर्स, बिजली, सुरक्षा, सीसीटीवी की व्यवस्था, जलापूर्ति और शौचालय की सुविधा, एक्जीक्यूटिव लाउंज और अस्पताल विस्तार, सर्कुलेटिंग एरिया में सुधार, आन ड्यूटी कर्मचारियों के लिए रहने की व्यवस्था तथा रेलवे परिसर में बाउंड्री निर्माण शामिल है।

महाकुंभ में प्रयागराज से ही प्रतिदिन चलेंगी 140 ट्रेनें

रेल मंत्री ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 2019 में स्पेशल ट्रेनों की संख्या 695 थी, वहीं, 2025 में स्पेशल ट्रेनों की संख्या 992 है। साथ ही रेगुलर ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेंगी। जहां 2019 में 5000 ट्रेनें चली थी, वहीं 2025 में 6580 ट्रेनें चलाई जाएंगी।

प्रयागराज क्षेत्र से 140 ट्रेनें प्रतिदिन चलाई जाएंगी। स्पेशल ट्रेनों के लिए 174 रैक प्लान किए गए हैं। इसमें मेमू-डेमू रैक भी शामिल हैं। सर्कुलर ट्रेनों का मार्ग प्रयागराज-अयोध्या–वाराणसी-प्रयागराज और प्रयागराज-वाराणसी–अयोध्या-प्रयागराज रहेगा।

पोस्ट में शेयर की ट्रेनों के संचालन की तिथि

रेल मंत्री ने पोस्ट में बताया है कि 12 जनवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक चलने वाले कुंभ मेले आने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्पेशल ट्रेनें और यात्री सुविधाएं शुरू की जाएंगी।

इसकी महत्वपूर्ण तारीखें निम्न हैं।

पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2025
मकर संक्रांति (शाही स्नान) 14 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या (शाही स्नान) 29 जनवरी 2025 -(छह करोड़ श्रद्धालु आने का अनुमान)
बसंत पंचमी (शाही स्नान) 3 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा 12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025

ये भी किए जा रहे विशेष प्रबंध

लगभग 3700 करोड़ रुपये की लागत से प्रयागराज डिवीजन और इससे जुड़े आसपास के स्थानों के रेलवे ट्रैक की डबलिंग की जा रही है। इस पर खास तौर पर ध्यान दिया जा रहा है जिससे कि कुंभ मेले के दौरान और मेले के पीक सीजन में ट्रेन सुविधाएं सुचारू रूप से चलती रहें।

आरओबी-आरयूबी का निर्माण भी

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 440 करोड़ रुपये की लागत से ओवर ब्रिज तथा अंडर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। इसके साथ ही 495 करोड़ रुपये के जरिए कई ईनीशिएटिव लिए जा रहे हैं जैसे कि रोड रिपेयर्स, सीसीटीवी कैमरे, यूनिट्स, वेटिंग रूम और मेडिकल सुविधाएं सभी कुछ मुहैया कराया जाएगा।

नियमित रूप से हो रही प्रगति की समीक्षा

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दोनों रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और वी सोमन्ना तथा रेलवे के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की।

वैष्णव ने बताया कि महाकुंभ की तैयारियों की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वे उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और उत्तर पूर्वी रेलवे जैसे संबंधित जोन के महाप्रबंधकों सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के साथ बैटक करते हैं।

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प्रयागराज, वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय और लखनऊ जैसे संबंधित रेलवे मंडलों के मंडल प्रबंधक भी विभिन्न विकास कार्यों पर नियमित अपडेट प्रदान करने के लिए इन बैठकों में भाग लेते हैं। इस आयोजन में 30 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, इसलिए रेल मंत्रालय ने प्रयागराज के लिए विभिन्न शहरों से 6,580 नियमित ट्रेनों के अलावा 992 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है।

महाकुंभ में साफ्टवेयर बताएगा कौन है संदिग्ध

महाकुंभ में सुरक्षा पर भी विशेष जोर है। इसके लिए साफ्टवेयर डेवलप कराया जा रहा है। फंक्शनल रिक्वायरमेंट स्पेसिफिकेशन (एफआरएस) साफ्टवेयर से भी निगरानी होगी। इसका प्रयोग रेलवे स्टेशनों पर किया जाएगा। इसे सीसीटीवी कैमरों के साथ लगाया जाएगा। इसके माध्यम से चेहरे को देखकर किसी भी संदिग्ध को आसानी से पहचाना जा सकेगा।

यह साफ्टवेयर स्टेशनों के इंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर अथवा प्लेटफार्म, यात्री आश्रय स्थलों, फुट ओवर ब्रिज, एस्केटेलर समेत सरकुलेटिंग में प्रयोग किया जाएगा। यहां कोई संदिग्ध होगा तो साफ्टवेयर तत्काल संबंधित लोगों को विभिन्न माध्यमों से सूचित कर देगा। साफ्टवेयर से आरपीएफ की विशेष विंग के अफसर जुड़ेंगे।

इसके अलावा महाकुंभ मेला के दौरान स्टेशनों पर गाइड की व्यवस्था की जाएगी। जिन्हें करीब 15 भाषाओं का ज्ञान हो। वह आने-जाने वाले यात्रियों की समस्याओं को जानेंगे और उनकी परेशानियों को हल करेंगे। इसके अलावा गाइड संदिग्धों पर भी नजर रखेंगे। इस बार रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के मद्देनजर आठ हजार आरपीएफ व छह हजार जीआरपी के जवान तैनात होंगे।

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