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Shani Chandra Grahan 2024: आज रात 34 मिनट चंद्रमा की ओट में रहेगा शनि, भारत के अलावा इन पड़ोसी देशों में देगा दिखाई

shani chandra grahan in prayagraj पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है। यही वजह है कि ग्रह पूर्व में उदय होते हैं पश्चिम में अस्त होते हैं। वे प्रति घंटे 15 डिग्री पश्चिम की ओर बढ़ते हैं। इसके अतिरिक्त चंद्रमा 27.3 दिन मेंएक बार पृथ्वी का चक्कर लगाता है। यह आकाश में पूर्व की ओर 13 डिग्री प्रति दिन या 1/2 डिग्री प्रति घंटे की गति से चलता है।

By Amlendu Tripathi Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 24 Jul 2024 11:14 AM (IST)
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भारत सहित कई देशों में शनि का चंद्रग्रहण लगने वाला है। जागरण (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। shani chandra grahan date in prayagraj खगोल में रुचि रखने वालों के लिए आज रात रोचक घटना होने जा रही है। इसे शनि का चंद्रग्रहण नाम दिया जा रहा है। विज्ञान में इसे लूनर आक्लटेशन आफ सैटर्न कहते हैं। इसमें दूसरा सबसे बड़ा ग्रह शनि चंद्रमा के पीछे चला जाएगा।

इस घटना को देश के भीतर देखा जा सकेगा। प्रयागराज में रात 1:47 बजे से ग्रहण की शुरुआत होगी। 2:21 बजे चंद्रमा की छाया से शनि मुक्त हो जाएगा, अर्थात 34 मिनट शनि पर चंद्रमा की छाया बनी रहेगी। इस दौरान शनि कुंभ राशि में रहेगा। सिर्फ उसके वलय जो छल्ला नुमा होंगे दिखाई देंगे।

चंद्रमा पृथ्वी के करीब है, इसलिए रात में अन्य ग्रहों की तुलना में यह बड़ा दिखाई देता है। आकाश में आधा डिग्री प्रति घंटे पूर्व की ओर बढ़ते समय पृष्ठभूमि के कुछ ग्रह थोड़े समय के लिए चंद्रमा द्वारा ढक लिए जाते हैं। शनि का चंद्रमा के पीछे जाना इसी तरह की घटना है। भारत के अलावा पड़ोसी देशों श्रीलंका, म्यांमार और चीन में भी शनि का चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इन देशों में इसे देखने का समय अलग होगा।

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अक्टूबर में फिर होगी ऐसी घटना

जवाहर तारामंडल के निदेशक बताते हैं कि इस तरह की खगोलीय घटना की पुनरावृत्ति अक्टूबर में देखने को मिलेगी। 14 अक्टूबर की रात शनि चंद्रमा के पीछे जाएगा। उसके छल्लों को देखने के लिए छोटी दूरबीन की जरूरत पड़ सकती है।

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फिलहाल विद्यार्थी इस घटना को लेकर उत्सुक हैं। मंगलवार को बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं इस खगोलीय घटना के संबंध में जानकारी लेने के लिए तारामंडल पहुंचे।