Prayagraj Flood: प्रयागराज में गंगा-यमुना में फिर उफान, बड़े हनुमान जी का पुन: महास्नान
गंगा-यमुना में बाढ़ से प्रयागराज के लेटे हनुमान जी ने फिर से महास्नान किया है। मंदिर में गंगा जल के प्रवेश से भक्तों में हर्ष व्याप्त है। महंत बलवीर गिरि ने विधि-विधान से पूजन किया। इससे पहले 7 अगस्त को भी गंगा मइया ने हनुमान जी को स्नान कराया था। अब 33 दिन बाद पुन लेटे हनुमान जी को नहलाने पतित पावनी ने मंदिर में प्रवेश किया है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गंगा-यमुना में अचानक उफान आने से तीर्थराज प्रयाग के कोतवाल लेटे हनुमान जी ने पुन: महास्नान कर लिया है। शुक्रवार की रात लगभग साढ़े 10 बजे मां गंगा की पावन धारा ने पुन: मंदिर में प्रवेश किया। गंगा मइया की जय....., पवनसुत हनुमान की जय.... के साथ बजरंगी के आराध्य भगवान राम के उद्घोष से मंदिर का कोना कोना आध्यात्मिक हिलोर में डूब गया। मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने अभिषेक करके विधि-विधान से पूजन किया।
इससे पहले सात अगस्त को भी मां गंगा ने हनुमान जी को स्नान कराया था और स्नान के बाद 12 अगस्त को गंगा वापस लौट गई थी। अब ठीक 33 वें दिन पुन: लेटे हनुमान जी को नहलाने पतित पावनी ने मंदिर में प्रवेश किया। सीढ़ियों से गंगाजल उतरता देख पूरे मंदिर परिसर में जयकारे गूंजने लगे।
शंख ध्वनि, घंटा-घड़ियाल की गूंज के बीच गगनभेदी जयकारे से पूरा परिसर झूम उठा। इस विशेष क्षण को लोग अपने मोबाइल कैमरे में करते रहे तो साधु संत आध्यात्म के रंग में भाव विभोर हो गए। बहुत कम ही ऐसे संयोग बनते हैं जब मां गंगा दो-दो बार हनुमान जी को चंद दिनों के अंतराल पर स्नान कराएं।इसे भी पढ़ें-गोंडा रेल हादसे से पहले लाइन में तकनीकी गड़बड़ी बताने वाला कीमैन बर्खास्त, रेल आवास वापस करने का निर्देश
मंदिर के महंत बलवीर गिरी ने बड़े हनुमान जी की प्रतिमा को लाल वस्त्र से ढक कर कर मां गंगा का गोदुग्ध, पंचामृत, जड़ी-बूटियों के जल से अभिषेक कराया। महाआरती के बाद हनुमान मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए बंद कर दिया गया। अब मां गंगा का जल जब तक मंदिर के अंदर रहेगा हनुमान जी की प्रतिकृति का पूजन मंदिर के ऊपरी कक्ष में होगा।
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- 18 अगस्त 2022 रात लगभग साढ़े 11 बजे
- 7 अगस्त 2024 सुबह 6.40 बजे
- 13 अगस्त 2024 रात साढ़े 10 बजे