राहुल-अखिलेश के बयान से संत नाराज, माफी मांगने की मांग; पूर्ण रूप से बहिष्कार करने की चेतावनी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताने का विभिन्न संगठन विरोध कर रहे हैं। इसके साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सांसद अवधेश प्रसाद को अयोध्या का राजा कहने पर संतों में नाराजगी व्याप्त है। इसको लेकर ओम नम शिवाय संस्थान के गऊघाट स्थित आश्रम में गुरुवार को सम्मेलन हुआ। इसमें दोनों नेताओं के बयान की निंदा की गई।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताने का विभिन्न संगठन विरोध कर रहे हैं। इसके साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सांसद अवधेश प्रसाद को अयोध्या का राजा कहने पर संतों में नाराजगी व्याप्त है।
इसको लेकर ओम नम: शिवाय संस्थान के गऊघाट स्थित आश्रम में गुरुवार को सम्मेलन हुआ। इसमें दोनों नेताओं के बयान की निंदा की गई। संस्थान के संस्थापक प्रभु जी की अध्यक्षता में पांच सूत्रीय प्रस्ताव पारित किया गया।
समस्त पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्षों को भेजा जाएगा। इसमें आग्रह किया गया है कि आगे किसी दल के नेता सनातन धर्म व उसके धर्मावलंबियों को आहत करने वाला बयान न दें।
राहुल गांधी का बयान अत्यंत निंदनीय: प्रभु जी
प्रभु जी ने कहा कि राहुल गांधी का बयान अत्यंत निंदनीय है। सनातन धर्म परोपकार, करुणा व समर्पण की सीख देता है। उसके अनुयायी हिंदू कभी हिंसक नहीं हो सकते, बल्कि दयालु होते हैं। हिंदू हिंसक होते तो दूसरे देश के आक्रमणकारी यहां ठहर न पाते। हिंदुओं की दयालुता का फायदा उठाकर उन्होंने आसरा लिया, बाद में हिंसा करके हिंदुओं का मतांतरण कराया।
वहीं, अखिलेश यादव ने अवधेश को अयोध्या का राजा कहकर प्रभु श्रीराम के आराध्यों की भावनाओं को आहत किया है। अयोध्या के राजा प्रभु श्रीराम हैं, उनका दर्जा किसी मनुष्य को देना निंदनीय है।
कहा कि कांग्रेस व सपा के नेताओं को भाजपा का विरोध करना है तो करें। भाजपा व उनके दल के नेताओं को चाहे जो कहें, लेकिन सनातन धर्मावलंबियों को निशाना न बनाएं। अगर दोबारा हिंदुओं को आहत करने वाला बयान देने वाले नेताओं का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा।