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अपने ही शहर में अमिताभ बच्चन के खिलाफ लगा था पोस्‍टर, 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है..', Big B ने दिया ऐसा जवाब, तालियों से गूंज उठा प्रयागराज

up Lok Sabha Election 2024 बालीवुड के महान कलाकार अमिताभ बच्‍चन का प्रयागराज से गहरा नाता रहा है। वर्ष 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए आम चुनाव में अमिताभ बच्चन को राजीव गांधी ने इलाहाबाद संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया था। उन्‍होंने दिग्‍गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को पराजित किया था। इस चुनाव की एक दिलचस्‍प कहानी आप लोगों से साझा की जा रही है।

By Sharad Dwivedi Edited By: Vivek Shukla Updated: Mon, 01 Apr 2024 09:19 AM (IST)
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UP Lok Sabha Election 1984 में अमिताभ बच्चन को राजीव गांधी ने इलाहाबाद संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया था।

आशुतोष तिवारी, प्रयागराज। UP Lok Sabha Election यूं तो वर्ष 1984 का लोकसभा चुनाव कई मायनों में याद किया जाता है। इलाहाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अमिताभ बच्चन की जीत का रिकार्ड रहा हो या फिर प्रतिद्वंद्वी रहे दिग्गज नेता हेमवती नंदन बहुगुणा से उनके कई यादगार वाकये की, हर लोकसभा चुनाव में लोगों की जुबां पर आ ही जाता है। उन्हीं में से एक घटना की आज भी लोग बड़े चाव से चर्चा करते हैं।

1984 का लोकसभा चुनाव था। उस समय प्रचार प्रसार की कमान संभालने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता श्याम कृष्ण पांडेय दैनिक जागरण से कई यादों को साझा करते हुए मेजा के चुनावी सभा को सबसे यादगार बताते हैं। संयोग कुछ ऐसा बना कि जिस दिन इलाहाबाद सीट से चुनाव लड़ रहे अमिताभ बच्चन को मेजा रोड में चुनावी सभा करनी थी, उसके एक दिन पहले उनके प्रतिद्वंद्वी हेमवती नंदन बहुगुणा द्वारा एक पोस्टर जारी किया गया था, जिसमें मोटे-मोटे अक्षरों में छपा था-मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है।

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एक फिल्म में अमिताभ के गाये गए गीत के जरिए अमिताभ पर हमला किया गया था। मतलब था कि मुंबई से यहां चुनाव लड़ने कैसे आ गए। इस पोस्टर वार की चर्चा हर जुबां पर थी। दूसरे दिन मेजा रोड पर चुनावी सभा में मंच पर अमिताभ बच्चन, केपी तिवारी के साथ मैं भी था।

अमिताभ ने सभा में इसका जवाब देते हुए कहा था कि बहुगुणा जी मेरे पिता समान हैं। मेरे माता-पिता ने हमेशा बुजुर्गों का सम्मान करना सिखाया है। इसमें मेरा क्या कसूर है, मैं इलाहाबाद की धरती पर पैदा हुआ हूं, दुनिया या देश में जहां भी जाता हूं, वो देखो अमिताभ बच्चन ...छोरा गंगा किनारे वाला कहकर पुकारा जाता है। हजारों लोग सभा में थे, देर तक ताली बजती रही।

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अमिताभ ने बड़ी ही शालीनता से अपने ही दूसरे गाने से बहुगुणा जी के पोस्टर का जवाब दिया था। उनकी बात का सार यह था कि मैं इलाहाबाद की मिट्टी का बेटा हूं, आप तो गढ़वाल से आकर यहां बसे हो। कचहरी की नामांकन सभा के बाद बच्चन की पहली चुनावी सभा थी, उसी दिन चुनाव का परिणाम भी काफी हद तक साफ हो गया था। बच्चन जी को ऐतिहासिक जीत मिली थी।