Prayagraj News: रिटायर सीएमओ से 1.26 करोड़ की ठगी में महिला संग तीन गिरफ्तार, ऐसे बनाते थे लोगों को शिकार
प्रयागराज में रिटायर सीएमओ आलाेक का मोबाइल नंबर वाट्एसप के फर्जी आनलाइन ट्रेडिंग ग्रुप सी-4 केकेआरसी पर जोड़ा गया। इसके बाद टेलीग्राम एप पर जोड़कर आनलाइन ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी गई। आलोक ने पैसा निवेश किया तो तीन गुना लाभ का लालच दिया। इसके बाद जब उन्होंने कुल 15 बार में एक करोड़ 26 लाख रुपये लगा दिए तो तीन गुना फायदा दिखाकर नंबर ब्लाक कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। आनलाइन ट्रेडिंग का झांसा देकर रिटायर सीएमओ आलोक वर्मा से 1.26 करोड़ की ठगी करने के मामले में साइबर थाने की पुलिस ने शाबीना मोहम्मद, उसके शौहर पटेल मोहम्मद सुहेल और सैय्यद अमीरुद्दीन को गिरफ्तार किया है।
तीनों गुजरात के सूरत जिले के रानडेर के निवासी हैं। इनके कब्जे से दो लैपटाप, एक मैकबुक, एक टेबलेट, 10 मोबाइल, आठ चेकबुक, चार पासबुक, 15 एटीएम कार्ड और तीन पासपोर्ट बरामद हुआ है।
शनिवार शाम पुलिस लाइन सभागार में डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया। धोखाधड़ी का शिकार होने पर पीड़ित ने 29 अप्रैल 2024 को साइबर थाने में तहरीर दी, जिसके आधार पर मुकदमा कायम किया गया। इंस्पेक्टर साइबर थाना राजीव तिवारी ने विवेचना को आगे बढ़ाया तो कुछ सुराग मिले और फिर ठगी के 22 लाख रुपये बैंक खाते में फ्रीज करवाया।
इसे भी पढ़ें-यूपी में एक हफ्ते से बारिश जारी, IMD ने लखनऊ-सिद्धार्थनगर-पीलीभीत सहित 35 जिलों में जारी किया अलर्ट
इसके बाद शाबीना, उसके शौहर और भाई के बारे में पता चलने पर सिपाही लोकेश पटेल, अतुल त्रिवेदी, रणवीर सिंह, प्रदीप यादव, अनुराग यादव, प्रियांशी सिंह और शिखा सिंह के साथ तीनों की घेरेबंदी करके दबोच लिया।
पांचवीं पास शाबीना है मास्टरमाइंडपुलिस का कहना है कि शाबीना का पहला निकाह साउथ अफ्रीका निवासी युवक के साथ हुआ था। वह पांचवीं पास थी, लेकिन साउथ अफ्रीका जाकर अंग्रेजी सीखा। इसके बाद बाइनेंस ट्रेंडिंग पर दो साल तक काम किया और इसी दौरान वह साइबर अपराधियों के संपर्क में आकर ठगी करने लगी।
शाबीना ने कुछ साल बाद माेहम्मद पटेल से दूसरा निकाह किया। वह 10वीं पास है और उसका साला भी हाईस्कूल तक की पढ़ाई की है। तीन विदेश आते-जाते रहते हैं। मास्टरमाइंड शाबीना है। ठगी के रकम को बैंक खाते से निकालने के दौरान इनकी सीसीटीवी फुटेज भी मिली है।इसे भी पढ़ें- भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक की आशंका होगी खत्म, अब परीक्षा से पांच घंटे पहले तय होगा प्रश्नपत्र, जानिए कैसे
सोना तस्करी में पकड़ा गया था सुहेल डीसीपी ने बताया कि पटेल मोहम्मद सुहेल कुछ साल पहले सोना तस्करी के मामले में अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पता चला है कि साइबर अपराध गांव में रहने वाले गरीब लोगों को अलग-अलग स्कीम का लालच देकर उनके खातों की जानकारी और पासवर्ड अपने पास रख लेते हैं। इसके बाद उस खाते में ठगी के पैसे डालते और निकालते हैं। ऐसे एकाउंट को म्यूल एकाउंट कहा जाता है।
सीडीएम से कालाधन करते हैं सफेद पूछताछ में पता चला है कि मुख्य सरगना दुबई, ताईवान में बैठकर आनलाइन ठगी करते हैं। पूरे भारत में उनके एजेंट हैं, जो बैंक खाते का कलेक्शन करने से लेकर अन्य काम काम करते हैं। उसी के अनुसार उन्हें कमीशन दिया जाता है। साइबर अपराधी कालेधन को तकनीक के सहारे सफेद करते हैं।इसके लिए सीडीएम मशीन (उसी खाते से नकदी निकालने के बजाय ग्राहक के बैंक खाते में जमा स्वीकार करती है) और क्रिप्टोकरेंसी बाइनेंस, यूएसडीटी (टेथर), बिटक्वाइन की मदद लेते हैं। टेथर दुनिया की पहली ब्लॉकचेन आधारित क्रिप्टोकरेंसी में से एक है, जिसका बाजार में चलन अमेरिकी डालर की वैल्यू के हिसाब से होता है। इस मामले में टेथर के जरिए विदेश के एकाउंट में पैसा भेजकर निकासी की गई है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।