रेलकर्मियों के सेफ्टी जैकेट पर क्यूआर कोड से भी टिकट, रेलवे कर रहा श्रद्धालुओं की वापसी यात्रा को लेकर बड़ी तैयारी
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे प्रयागराज में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई नवाचार कर रहा है। यात्री आश्रय स्थल (होल्डिंग एरिया) बनाए जा रहे हैं जहां टिकट लेने की व्यवस्था आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन मोबाइल फोन से टिकट और सेफ्टी जैकेट पर क्यूआर कोड के जरिए टिकट मिलेंगे। इसके अलावा चाय-नाश्ता भोजन-पानी शौचालय और एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था भी होगी।
ज्ञानेंद्र सिंह, प्रयागराज। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता के लिए रेलवे की ओर से कई नवाचार किए जा रहे हैं। स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया (यात्री आश्रय स्थल) बनाए जा रहे हैं, जहां श्रद्धालुओं को कुछ देर के लिए रोका जाएगा, जिससे प्लेटफार्म पर ज्यादा भीड़ न पहुंच सके।
यात्री आश्रय स्थलों में टिकट लेने की व्यवस्था भी होगी। आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन भी रहेगी। मोबाइल फोन से टिकट के लिए रेलवे का स्टाफ रहेगा, जिसके विशेष सेफ्टी जैकेट पर क्यूआर कोड के जरिए भी यात्री टिकट ले सकेंगे। इसे क्रिस (सीआरआईएस) से मंजूरी मिल गई है।
विश्व के सबसे बड़े धार्मिक जनसमागम में रेलवे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए हर प्रबंध के लिए तैयारी कर रहा है। इसमें रेलवे की ओर से सबसे ज्यादा जोर संगम स्नान के बाद श्रद्धालुओं की सकुशल वापसी यात्रा पर है।
एक समय में 38 हजार यात्री रोकने की क्षमता
शहर व आसपास के नौ रेलवे स्टेशनों पर 14 होल्डिंग एरिया तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें एक समय में 38 हजार यात्री रोके जा सकेंगे। इन होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं के लिए तमाम प्रबंध किए जाएंगे। चाय-नाश्ता और भोजन-पानी के साथ शौचालयों के भी इंतजाम रहेंगे। एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी।
होल्डिंग एरिया देश के चारों दिशाओं की ओर जाने वाले यात्रियों के हिसाब से डेवलप किए जा रहे हैं, जहां तीन तरह से टिकट मिलेंगे। पहला टिकट काउंटर से, दूसरा मोबाइल अनरिजर्व्ड टिकटिंग सर्विसेज (एमयूटीएस) से और तीसरा आटोमैटिक वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) की सहायता से टिकट दिए जाएंगे।
तीन-तीन आटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन
प्रत्येक होल्डिंग एरिया में 10-10 टिकट काउंटर होंगे। हर इन्क्लोजर में तीन-तीन आटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन भी रहेगी। प्रयागराज स्टेशन के यात्री आश्रय स्थलों के लिए 98 एमयूटीएस होंगे, जिससे मोबाइल से टिकट के लिए रेलवे का स्टाफ रहेगा, जिसके सेफ्टी जैकेट पर क्यूआर कोड होगा, जिसे स्कैन करते ही मोबाइल पर एक विंडो खुलेगी।
यात्री यहां वांछित सूचनाओं को भरते हुए भुगतान कर ई टिकट प्राप्त कर लेगा। होल्डिंग एरिया में रेलवे स्टाफ मोबाइल से खुद भी टिकट दे सकेंगे। वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक प्रयागराज हिमांशु शुक्ला यात्रियों को टिकट लेने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए प्रबंध किए जा रहे हैं।यह भी पढ़ें: सभी हिंदुओं को मुस्लिम बनने में लगेंगे दो हजार साल, सपा के पूर्व सांसद डाॅ. एसटी हसन ने दिया बयान
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