Move to Jagran APP

प्रयागराज जंक्शन की नौ मंजिला बिल्डिंग से मिलने लगेंगी ट्रेनें, जानिए कितने करोड़ से बन रहा है नया स्टेशन

अब वर्ष 2027 में शुरू होगा। देश में सर्वाधिक 960 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित किए जा रहे प्रयागराज जंक्शन का उद्घाटन मई 2027 में होगा। सिविल लाइंस साइड में नई बिल्डिंग का ढांचागत कार्य नवंबर 2024 में पूरा कर लिया जाएगा। जबकि पूरी बिल्डिंग व सिटी साइड की नई बिल्डिंग का कार्य दिसंबर 2026 तक होगा। फिनिशिंग का कार्य वर्ष 2027 के प्रथम तिमाही में पूरा होगा।

By amarish kumar Edited By: Vivek Shukla Published: Wed, 03 Jul 2024 12:48 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2024 12:48 PM (IST)
960 करोड़ रुपये से पुनर्विकसित हो रहा है प्रयागराज जंक्शन। जागरण

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। आपने प्रयागराज जंक्शन की नई स्टेशन बिल्डिंग के बारे में तो सुना ही होगा कि यह पूरे देश में सर्वाधिक पैसे पुनर्विकसित किया जा रहा है। इसकी डिजाइन सबसे अलग है।

यह एयरपोर्ट जैसा बन रहा है, जहां एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं भी होगी। लेकिन अभी असमंजस की स्थिति है कि यह स्टेशन कब से शुरू होगा। रेलवे ने इसकी नई तिथि को स्पष्ट कर दिया है। 

विरासत और विकास की थीम पर बन रहे जंक्शन के पुनर्विकास की यह जानकारी महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा को एनसीआर मुख्यालय पर समीक्षा बैठक के दौरान दी गई।

इसे भी पढ़ें-एक दशक से गोरखपुर में चलता था 'चवन्नी' का सिक्का, दिनदहाड़े चौराहों पर बरसता था गोलियां

महाप्रबंधक ने एनसीआर के सूबेदारगंज, प्रयागराज जंक्शन, नैनी, छिवकी, पूर्वोत्तर रेलवे के रामबाग, झूंसी व उत्तर रेलवे के प्रयागराज संगम, प्रयाग व फाफामऊ में चल रहे निर्माण कार्यों को नवंबर तक हर हाल में पूरा कर लेने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एनसीआर नोडल के रूप में काम कर रहा है, ऐसे में जिम्मेदारी भी अधिक बढ़ जाती है कि सभी लक्षित कार्य तय समय पर पूरे हों।

प्रयागराज में अगले वर्ष 2025 में महाकुंभ लगना है। यात्रियों की व्यवस्था के लिए प्रयागराज के नौ स्टेशनों पर इस समय कार्य चल रहा है। इन स्टेशनों पर महाकुंभ से पहले ढांचागत कार्य खत्म होगा।

इसे भी पढ़ें-यूपी में मानसून दिखाएगा अपना असली रुप, गोरखपुर-बरेली सहित 65 जिलों में खूब बरसेंगे बादल, जून की कमी होगी पूरी

सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास का शिलान्यास छह अगस्त को वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। 0483 स्क्वायर मीटर एरिया में पुनर्विकास होगा। इसमें सिविल लाइंस साइड में 72 मीटर चौड़े कांकोर्स बनाने के लिए पिलर पायलिंग का दूसरा चरण शुरू हो गया है।

पहले चरण में सिविल लाइंस साइड में नई बिल्डिंग बनाने के लिए नींव रख दी गई। जंक्शन पर एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं दी जानी हैं। टेंडर प्राप्त करने वाली कंपनी दिनेश चंद्र आर. अग्रवाल इवेस्कान प्राइवेट लिमिटेड को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं कि नवंबर 2024 तक सिविल लाइंस साइड में ढांचागत मुख्य कार्य पूरा कर लिया जाए। महाकुंभ के बाद फरवरी 2025 से दिसंबर 2026 तक सभी कार्य पूरे होंगे।

नौ मंजिला होगा जंक्शन

प्रयागराज जंक्शन की नई बिल्डिंग नौ मंजिला (ग्राउंड फ्लोर के अलावा) होगी। जंक्शन की बिल्डिंग बीएमएस से लैस, दिव्यांग फ्रेंडली, ग्रीन बिल्डिंग होगी। यहां एक ही छत के नीचे यात्रियों के ठहरने, खाने-पीने, खरीदारी को दुकानें, फूड प्लाजा मिलेगा। जबकि वीआइपी लाउंज, स्लीपिंग पाड, रूट वाइज यात्रियों का आवागमन, मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था भी होगी।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.