प्रयागराज में आवारा कुत्तों से हैं परेशान तो यहां करें शिकायत, चंद घंटों में दूर हो जाएगी समस्या
आवारा कुत्तों की नसबंदी प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। आवारा कुत्तों की नसबंदी का जिम्मा मध्य प्रदेश की एजेंसी द केयर आफ एनीमल्स एंड सोसाइटी को दिया गया है। इसके पहले हरियाणा की एजेंसी डा. दिनेश को नसबंदी करने का जिम्मा दिया गया था। लेकिन इस एजेंसी की नसबंदी के दौरान लापरवाही की गई थी जिसके चलते टेंडर पिछले महीने निरस्त कर दिया गया था।
जागरण संवाददाता,प्रयागराज। शहर में आवारा कुत्तों का खौफ हर मुहल्ले और गलियों में है। प्रतिदिन आवारा कुत्तों के शिकार सैकड़ों लोग हो रहे हैं। कुछ स्थानों पर लोग शाम ढलते ही अपने घरों में डर के मारे कैद रहते हैं तो कुछ लोग उन सड़कों से गुजरना छोड़ दिए हैं जहां पर शाम होते ही कुत्तों का झुंड सड़कों पर डेरा जमा लेता है।
जन समस्याओं को देखते हुए नगर निगम की ओर से पहली बार 8922089561 कंट्रोल रूम नंबर जारी किया गया है। इस नंबर पर सूचना देने के चंद घंटों के भीतर नगर निगम की ओर से चयन एजेंसी के कर्मचारी मौके पर पहुंचेंगे और आवारा कुत्तों को पकड़कर करेली स्थित नसबंदी केंद्र ले जाएंगे।
नसबंदी करने के 20 दिन बाद इन कुत्तों को उसी मुहल्ले में टीम छोड़ देगी। नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. विजय अमृतराज ने बताया कि आवारा कुत्तों की बढ़ी समस्या को देखते हुए श्वान कंट्रोल रूम नंबर जारी किया गया है। गुरुवार से इस पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
नई एजेंसी का किया गया चयनआवारा कुत्तों की नसबंदी प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। आवारा कुत्तों की नसबंदी का जिम्मा मध्य प्रदेश की एजेंसी द केयर आफ एनीमल्स एंड सोसाइटी को दिया गया है। इसके पहले हरियाणा की एजेंसी डा. दिनेश को नसबंदी करने का जिम्मा दिया गया था। लेकिन इस एजेंसी की नसबंदी के दौरान लापरवाही की गई थी जिसके चलते टेंडर पिछले महीने निरस्त कर दिया गया था। पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी ने बताया कि एक कुत्ते की नसबंदी के लिए मध्य प्रदेश की एजेंसी को लगभग 844 रुपये भुगतान किया जाएगा।
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