UP Police Recruitment: सिपाही भर्ती परीक्षा में पास कराने का ले रहे थे ठेका, STF ने दो जालसाज को किया गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने शुभम सोनकर और पवन कुमार पाल को गिरफ्तार किया है जो अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूल करते थे। इनके कब्जे से कई अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र सहित कई सामान बरामद किया गया है। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए शुभम सोनकर और पवन कुमार पाल को गिरफ्तार किया है। आरोपित शुभम प्रतापगढ़ के मानिकपुर थाना क्षेत्र स्थित मिरगढ़वा बजहाभीट गांव का निवासी है, जबकि पवन जौनपुर के कमासिन कसरवा का रहने वाला है। इनके कब्जे से कई अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र सहित कई सामान बरामद किया गया है।
शुभम के पिता फतेहपुर में डायल-112 में हेड कांस्टेबल है। गैंग के जुड़ा यूपी बोर्ड के लिपिक कमलेश सोनकर व अरुण प्रताप सिंह अभी वांछित हैं। दोनों की तलाश में एसटीएफ टीम जुटी हुई है। सभी के खिलाफ मानिकपुर थाने में मुकदमा लिखा गया है। इससे पहले मऊआइमा से भी इसी तरह के गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया था।बताया गया है कि पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एसटीएफ को लगाया गया था। इसी दौरान एसटीएफ के डिप्टी एसपी शैलेश प्रताप सिंह को प्रतापगढ़ में ठगी करने वाले गिरोह के बारे में पता चला। तब उन्होंने इंस्पेक्टर जेपी राय के नेतृत्व में दारोगा विनय तिवारी सहित कई पुलिसकर्मियों की टीम को लगाया गया।
इसे भी पढ़ें-सेवानिवृत्त डीआईजी के घर से पर्शियन बिल्ली चोरी, CCTV से खुला चोरों का राजएसटीएफ टीम ने प्रतापगढ़ पहुंचकर घेरेबंदी करते हुए शुभम व पवन को दबोच लिया। पूछताछ में शुभम ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को पास कराने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूल करता था।
वह अभ्यर्थियों का पैसा और प्रवेश पत्र लेकर अपने साथी अरुण प्रताप सिंह निवासीग्राम बरजी नसरतपुर प्रयागराज के पास गया था। उसने अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र लिया और अरुण ने अभ्यर्थियों से ढाई लाख रुपये इकट्ठा किया।
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