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यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 को लेकर बड़ा अपडेट, केंद्रों की सूची से 1015 स्कूल बाहर; इस बार काफी सख्ती

यूपी बोर्ड 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए एआई से प्रश्नपत्रों की सुरक्षा करेगा। साथ ही परीक्षा केंद्रों में वित्तविहीन विद्यालयों की संख्या घटाकर राजकीय और एडेड विद्यालयों की संख्या बढ़ाई गई है। 2024 की तुलना में 1015 वित्तविहीन विद्यालय कम प्रस्तावित किए गए हैं जिससे कुल 7657 परीक्षा केंद्र होंगे। एआई आधारित सुरक्षा के लिए टेंडर आमंत्रण भी अंतिम चरण में है।

By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 12 Nov 2024 07:22 PM (IST)
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परीक्षा केंद्रों की सूची से 1015 वित्तविहीन विद्यालय बाहर- प्रतीकात्मक तस्वीर।
अवधेश पाण्डेय, प्रयागराज। हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की वर्ष 2025 में होने वाली परीक्षा नकलविहीन और शुचितापूर्ण संपन्न कराने के लिए यूपी बोर्ड एक साथ दो मोर्चे पर काम कर रहा है। एक तरफ परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) से कराएगा, दूसरी ओर परीक्षा केंद्र बनाने के लिए वित्तविहीन विद्यालयों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में घटाकर राजकीय और एडेड विद्यालयों की संख्या बढ़ाई है।

वर्ष 2024 की तुलना में 2025 की परीक्षा के केंद्र के लिए यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने 1015 वित्तविहीन विद्यालय कम प्रस्तावित किए हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में 27,40,151 तथा इंटरमीडिएट में 26,98,446 छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे। इस तरह कुल 54,38,597 परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं। वर्ष 2024 की परीक्षा में कुल 55,25,308 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे।

1015 वित्तविहीन विद्यालय परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर

परीक्षा 8265 केंद्रों पर कराई गई थी, जिनमें 566 राजकीय विद्यालय, 3479 एडेड विद्यालय तथा 4220 वित्तविहीन विद्यालय परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। वर्ष 2025 में होने वाली परीक्षा के लिए यूपी बोर्ड ने 7657 परीक्षा केंद्र प्रस्तावित कर जिला विद्यालय निरीक्षकों को सूची भेजी है।

इसमें 940 राजकीय विद्यालय, 3512 एडेड विद्यालय परीक्षा केंद्र के लिए प्रस्तावित किए गए हैं, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हैं। इसके विपरीत 3205 वित्तविहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र के लिए प्रस्तावित किया गया है।

इस तरह 1015 वित्तविहीन विद्यालय परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर हो गए हैं। परीक्षा केंद्र के रूप में वित्तविहीन विद्यालयों की संख्या घटाकर यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्रों की निगरानी बढ़ाएगा। इसके अतिरिक्त स्ट्रांग रूम में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा एआइ से कराने के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाने को लेकर यूपी बोर्ड का कार्य अंतिम दौर में है।

दिनभर चला मान-मनौव्वल, एक दिवसीय परीक्षा पर प्रतियोगी अड़े

पीसीएस-2024 (प्रारंभिक) और आरओ/एआरओ-2023 (प्रारंभिक) परीक्षा दो दिवसों में कराने के निर्णय पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के अडिग रहने से आंदोलन और गहराता जा रहा है।आयोग के रुख से आक्रोशित छात्रों का लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन चलता रहा।प्रतियोगी छात्रों ने आयोग के मंदाकिनी द्वार पर ''''लूट सेवा आयोग'''' लिख दिया।

अध्यक्ष की सांकेतिक अर्थी निकाली, सिर के बल खड़े होकर प्रदर्शन किया और नार्मलाइजेशन के परिणामों के जरिए भर्ती में संभावित भ्रष्टाचार को लेकर बैनर-पोस्टर टांग दिया।पूरे दिन ढोल नगाड़ों की आवाज के बीच प्रदर्शन जारी रहा।

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