Vegetables Price Hike हर साल मॉनसून के मौसम में सब्जियों की कीमतों में उछाल देखने को मिलती है। ऐसे में आम आदमी के लिए तरह-तरह की सब्जियां तो दूर उनके थाली से मेन सब्जियां भी गायब होने लगती हैं। इन दिनों आलू प्याज व टमाटर से लेकर सब तरह की सब्जियों के भाव आसमान छूते नजर आ रहे हैं और इस महीने कीमतों में और उछाल देखने को मिलेगा...
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Vegetables Price Hike: सब्जियों की कीमत अभी कम होने वाली नहीं हैं। इसके लिए 31 अगस्त तक का इंतजार करना होगा। सितंबर से सब्जियों की नई खेप आने लगेगी और इसके बाद दाम में गिरावट आएगी। इस दौरान रसोई का बजट न बिगड़े, इसके लिए लोगों को संभलकर सब्जियों को खरीदना होगा।
खुल्दाबाद, गऊघाट, तिनकोनिया, बक्शी बांध, साउथ मलाका सब्जी मंडी में टमाटर, परवल, भिंडी, बैगन, करेला 80 रुपये किलो बिक रहा है जबकि आलू 35-40 रुपये किलो और प्याज 50 रुपये किलो मिल रही है। कद्दू 40, हरी धनिया 200-220, लहसुन 240-260 रुपये किलो मिल रहा है।
एक-दूसरे दुकानों पर सिर्फ दाम पूछ निकल जाते हैं लोग
इसी प्रकार अन्य सब्जियों की कीमत भी आसमान छू रही हैं। एजी ऑफिस के पास स्थित सब्जी मंडी में तो सब्जियों के भाव सबसे अलग हैं। यहां टमाटर 10-120 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि अन्य सब्जियां भी 80-100 रुपये किलो है।
हालत ऐसी है कि लोग एक से दूसरी दुकान पर सिर्फ सब्जियों के दाम पूछकर आगे बढ़ जाते हैं।
महंगाई से लोग कम खरीद रहे सब्जियां
साउथ मलाका के फुटकर सब्जी विक्रेता गुड्डू, भीम का कहना है कि जो लोग पहले एक-दो किलो सब्जी लेते थे, वह पाव व आधा किलो ले रहे हैं। 95 प्रतिशत लोग तो टमाटर पाव भर से अधिक खरीद ही नहीं रहे हैं।
गऊघाट के सब्जी विक्रेता पवन, राजेश ने बताया कि इधर सप्ताह भर से सब्जियों के दाम में आग लगी हुई है। इसका सीधा प्रभाव बिक्री पर पड़ा है। बिक्री कम होने से सब्जियां भी कम ला रहे हैं।
दूसरे राज्यों से आ रही हैं सब्जियां
आढ़तिया सतीश कुशवाहा का कहना है कि इस समय सब्जियां दूसरे राज्यों से आ रही हैं। तीन दिन से सिर्फ बेंगलुरु से टमाटर आ रहा है। सितंबर से सब्जियों की नई खेप आनी शुरू हो जाएगी, जिसके बाद इसके दाम तेजी से नीचे आएंगे।
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