UPPSC Protest: छात्रों की जिद के आगे झुका आयोग, चार दिन बाद पूरी हुई मांग; पढ़ें कब-क्या हुआ
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने पीसीएस-प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा को एक दिन एक शिफ्ट में कराने की मंजूरी दे दी है। छात्रों के जोरदार प्रदर्शन के आगे आयोग को झुकना पड़ा। आंदोलन के चलते आयोग ने गुरुवार को एक बैठक में यह निर्णय लिया है। छात्र पिछले चार दिनों से आयोग कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे थे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उप्र लोक सेवा आयोग ने उप्र पीसीएस प्री 2024 को एक ही दिन में कराने की प्रतियोगी युवाओं की मांग मान ली है और समीक्षा अधिकारी सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) भर्ती परीक्षा 2023 को स्थगित कर दिया है। इस निर्णय की घोषणा आयोग के सचिव ने गुरुवार शाम को की।
प्रयागराज में छात्र पिछले चार दिनों से आयोग कार्यालय के सामने नॉर्मलाइजेशन और दो शिफ्ट में होने वाली परीक्षाओं को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। छात्र अपनी मांगों को लेकर अड़े हुई थे। बुधवार को प्रदर्शन की यह चिंगारी लखनऊ तक भी पहुंची। लखनऊ विश्वविद्यालय में भी छात्रों का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। आइए इस खबर में जानते हैं कि बीते चार दिनों में क्या-क्या हुआ।
पहला दिन
सोमवार सुबह लगभग 10:30 बजे सैकड़ों छात्र आयोग के सामने प्रदर्शन के लिए एकत्र होने लगे। कुछ ही समय में छात्रों की संख्या तेजी से बढ़ गई और वे सरकार व पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे। करीब 11:30 बजे छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की शुरू हुई।दोपहर 12 बजे प्रदर्शन उग्र हो गया। छात्रों ने लोक सेवा आयोग की ओर कूच करते हुए बैरिकेडिंग तोड़ दी। लगभग 12:30 बजे वे आयोग अध्यक्ष के कार्यालय के बाहर एकत्र हो गए। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान अखिलेश यादव का रिएक्शन भी सामने आया।
इसके बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि पीसीएस-प्री (प्रारंभिक) परीक्षा शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही निर्धारित तिथि सात और आठ दिसंबर को और आरओ-एआरओ परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को होगी।
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