महाकुंभ 2025 क्यों है खास? तीन दिन दुनिया के 41 देशों से ज्यादा जनसंख्या होगी प्रयागराज की, देखिए लिस्ट
2025 के महाकुंभ में प्रयागराज की जनसंख्या तीन दिन के लिए 41 देशों से अधिक होगी। मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर लगभग साढ़े छह करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। सुरक्षा के लिए 1.25 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे और यात्रियों की सुविधा हेतु एक हजार ट्रेनें 250 फ्लाइट्स और 120 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। गूगल नेविगेशन व मेला ऐप से श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश मिलेंगे।
ज्ञानेंद्र सिंह, प्रयागराज। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक जनसमागम में कई रिकार्ड भी बनेंगे। दिव्य और भव्य महाकुंभ में सबसे बड़ा रिकार्ड यह होगा कि तीन दिन के लिए प्रयागराज की जनसंख्या दुनिया के 41 देशों से ज्यादा होगी। ये तीन दिन 29 जनवरी 2025 को मुख्य शाही स्नान पर्व मौनी अमावस्या, उसके पहले और बाद के होंगे। इन तीन दिनों में लगभग साढ़े छह करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज में होने की उम्मीद लगाई गई है।
यही नहीं, देश के दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई समेत विश्व के जितने भी बड़े शहर हैं, उनसे बड़ा आबादी वाला महानगर प्रयागराज हो जाएगा। दुनिया के आठ छोटे देशों की जितनी कुल आबादी है, उससे ज्यादा तो महाकुंभ मेला में फोर्स तैनात होगी। लगभग सवा लाख जवानों की तैनाती की जा रही है। विश्व के 12 ऐसे देश हैं, जिनमें कुल सात लाख लोग रहते हैं, उनसे ज्यादा 12 लाख कल्पवासी महाकुंभ में जप-तप करेंगे।
लगभग सवा छह करोड़ की आबादी दुनिया के 41 देशों को मिलाकर है। ये देश भले ही कम जनसंख्या वाले हैं मगर विकास व अर्थव्यवस्था समेत कई मामलों में अन्य राष्ट्रों से काफी आगे हैं। इनमें मालदीव, मारीशस, मंगोलिया, भूटान, कतर, नामीबिया, ओमान, कुवैत, न्यूजीलैंड, जार्जिया, नार्वे, सिंगापुर, हांगकांग व कनाडा भी शामिल है। मौनी अमावस्या पर इन 41 देशों की पूरी आबादी से कहीं ज्यादा जनसंख्या प्रयागराज शहर से लेकर संगम की रेती पर बसने वाले तंबुओं के नगर तक की हो जाएगी।
मौनी अमावस्या के शाही स्नान पर्व पर होने वाली भीड़ को लेकर प्रयागराज और महाकुंभ मेला क्षेत्र में बड़े स्तर पर प्रबंध किए जा रहे हैं। यातायात से लेकर सुरक्षा तक के पुख्ता इंतजाम हो रहे हैं। लगभग एक हजार ट्रेनें, विभिन्न एयरपोर्ट से 250 फ्लाइट्स, सात हजार बसें चलेंगी। 20 लाख से ज्यादा निजी वाहनों के लिए 120 पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं।सड़कों, चौराहों को बेहतरीन किया जा रहा है। ओवरब्रिज, अंडरब्रिज और फ्लाइओवर तैयार हो रहे हैं। पहली बार महाकुंभ में गूगल नेविगेशन का प्रयोग किया जाएगा। महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता को देखते हुए गूगल ने अपनी पालिसी बदलते हुए पहली बार किसी अस्थायी शहर को नेविगेशन (दिशा का निर्धारण) के लिए जोड़ा है।
इससे महाकुंभ में घाटों, मठ-मंदिरों, अखाड़ों में पहुंचना और आसान होगा। इसके अलावा मेला एप से भी श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सकेगी। महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि महाकुंभ के तीनों शाही स्नान पर्वों पर 12 से 13 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इनमें सबसे ज्यादा श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर आएंगे। इसके मुताबिक ही सारे प्रबंध किए जा रहे हैं।
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- वेटिकन सिटी - 807
- टोकेलाऊ - 1400
- न्युए - 1500
- फाकलैंड - 3000
- मांटसेराट - 5900
- नाउरु -10200
- तुवालु -11204
- अंगुइला -15000
- पलाऊ --16733
- सैन मरिनो--33745
- लिकटेंस्टीन--39039
- मोनाको --39050
- डोमिनिका --67408
- अंडोरा - 83523
- टोंगा ---100179
- सेशेल्स - 100447
- एंटीगुआ---100772
- माइक्रोनेशिया -105764
- सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस-110872
- मालदीव---309000
- ब्रुनेई----400000
- माल्टा----412600
- सूरीनाम - 520000
- भूटान - 697000
- गयाना - 762000
- बहरीन - 791000
- साइप्रस - 801600
- मारीशस - 1288000
- कतर -1409000
- नामीबिया - 2171000
- मंगोलिया - 2671000
- ओमान - 2845000
- कुवैत - 2985000
- पनामा - 3454000
- न्यूजीलैंड - 4312067
- जार्जिया - 4382100
- नार्वे - 4820000
- सिंगापुर - 4839400
- जार्डन - 6316000
- हांगकांग - 7008900
- कनाडा - 7742154
जनसंख्या के हिसाब से 10 सबसे बड़े शहर शहर
- टोक्यो - 37435191
- दिल्ली - 29399141
- शंघाई - 26317104
- साओ पाउलो - 21846507
- मेक्सिको सिटी - 21671908
- काहिरा - 20484965
- ढाका - 20283552
- मुंबई - 20185064
- बीजिंग - 20035455
- ओसाका - 19222665