एम्स ओपीडी में इलाज शुरू, जानिए क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
अंत रोग विभाग खुलने के 24 घंटे के भीतर यानी शनिवार को एक मरीज भर्ती किया गया। दंत चिकित्सा को छोड़कर बाकी विभागों के मरीज भर्ती करने की व्यवस्था है।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 11 Jul 2021 12:07 AM (IST)
रायबरेली : एम्स में मरीजों को भर्ती कर इलाज की सुविधा मिलने लगी है। ऐसे में आसपास के जनपद के लोगों को अब लखनऊ तक दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। उन्नाव, प्रयागराज, प्रतापगढ़ आदि जिलों के मरीजों को आसानी होगी। वह दिन भी दूर नहीं जब अति गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दिल्ली जाने से भी छुटकारा मिल जाएगा।
अंत: रोग विभाग खुलने के 24 घंटे के भीतर यानी शनिवार को एक मरीज भर्ती किया गया। दंत चिकित्सा को छोड़कर बाकी विभागों के मरीज भर्ती करने की व्यवस्था है। इसके लिए 150 बेड सुरक्षित किए गए हैं, बाकी के 150 बेड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व हैं। मरीज और तीमारदार को 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी है। आपरेशन थियेटर में जरूरी उपकरण न होने के कारण सर्जरी अभी नहीं की जा रही है, इसमें डेढ़ से दो माह का वक्त लग जाएगा। जरूरी चिकित्सीय उपकरणों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से लगातार पत्राचार किया जा रहा है। उधर, ओपीडी में कुछ बड़े शहरों के अलावा प्रतापगढ़, उन्नाव, अमेठी, सुलतानपुर, फतेहपुर से मरीज उपचार कराने आ रहे हैं। 16 विभागों में विशेषज्ञ डाक्टर : जनरल मेडिसिन, बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, ईएनटी, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, सामान्य सर्जरी, दंत चिकित्सा विभाग संचालित हैं। चर्म रोग, मनो चिकित्सक, यूरोलाजी विशेषज्ञ, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोथोरैकिक और वास्कुलर सर्जरी, शिशु चिकित्सा सर्जरी, तंत्रिका विज्ञान, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन विभाग संचालित हो रहे हैं। 80 डाक्टर, 500 नर्स : एम्स में अब तक 80 डाक्टर और 500 नर्सों समेत लगभग सात सौ लोगों का स्टाफ आ चुका है। चिकित्सकों में 16 जूनियर रेजिडेंट और 14 सीनियर रेजिडेंट हैं। यहां अभी और स्टाफ की तैनाती होनी है, जिसके लिए वाक इन इंटरव्यू चल रहे हैं।
जिम्मेदार के बोल - स्टाफ और उपकरणों के लिए मंत्रालय से पत्राचार किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर भी साक्षात्कार लिए जा रहे हैं। बहुत जल्द यहां अत्याधुनिक विधि की चिकित्सीय सेवाएं दी जाने लगेंगी। प्रो. अरविद राजवंशी, निदेशक एम्स
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।