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Raebareli News: एनटीपीसी रेल हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित, दर्ज कराए कर्मचार‍ियों के बयान

एनटीपीसी में शंटिग के दौरान दो रेल इंजन आमने सामने से टकरा गए थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों इंजन पटरी से उतर गए। साथ ही चार लोग घायल भी हो गए थे। हादसे की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। जांच टीम ने हादसे के समय मौजूद रहे लोगों व इससे जुड़े कर्मचारियों के बयान दर्ज कराए हैं जिन्हें परियोजना के दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा।

By ashutosh singh Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 30 Aug 2024 08:21 AM (IST)
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रायबरेली के ऊंचाहार में स्‍थि‍त एनटीपीसी में हुआ था रेल हादसा।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। एनटीपीसी में हुए रेल हादसे की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। एनटीपीसी उत्तरी क्षेत्र के लखनऊ मुख्यालय के वरिष्ठ अभियंता के नेतृत्व में प्रबंधन ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है। जांच टीम ने हादसे के समय मौजूद रहे लोगों व इससे जुड़े कर्मचारियों के बयान दर्ज कराए हैं, जिन्हें जल्द ही परियोजना के दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा।

बता दें कि सोमवार की रात एनटीपीसी में शंटिग के दौरान दो रेल इंजन आमने सामने से टकरा गए थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों इंजन पटरी से उतर गए। साथ ही चार लोग घायल भी हो गए थे, जिनका एनटीपीसी में उपचार कराया गया था, जिसके बाद लखनऊ रेलवे से आए दुर्घटना राहत यान समेत स्थानीय रेलवे की टीम ने करीब 36 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों इंजनों को वापस पटरी पर खड़ा किया। साथ ही खराब हुई रेलपटरियों की भी मरम्मत की।

जानकारी के मुताबिक, एनटीपीसी में कोयला लेकर आने वाली मालगाड़ियों को केवल एनटीपीसी बाउंड्री तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भारतीय रेल की होती है। इसके बाद रेलवे का इंजन मालगाड़ी छोड़कर वापस हो जाता है, यहां से एनटीपीसी का निजी इंजन मालगाड़ी को अंदर ले जाता है और कोयले की अनलोडिंग कर गाड़ी को वापस बाउंड्री तक लाता है। इसके लिए एनटीपीसी के पास चार डीजल इंजन हैं, जिनके लिए रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को संविदा पर रखा जाता है।

सूत्रों के मुताबिक, हादसे की जांच के लिए एनटीपीसी उत्तरी क्षेत्र से पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है, जिसमें उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय लखनऊ के वरिष्ठ अभियंता अनुज निगम, अतिरिक्त महाप्रबंधक आलेख सिन्हा, अतिरिक्त महाप्रबंधक सुरक्षा संतोष कुमार, अतिरिक्त महाप्रबंधक राख निस्तारण प्रीति सिन्हा व अतिरिक्त महाप्रबंधक सीएचपी अनुराग शामिल है। टीम ने दुर्घटना स्थल की जांच करने के साथ हादसे से जुड़े कर्मचारियों और जिम्मेदार लोगों के बयान दर्ज किए है। यह टीम अपनी जांच रिपोर्ट एनटीपीसी के दिल्ली मुख्यालय भेजेगी। हालांकि दुर्घटना के दिन से ही एनटीपीसी प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास करती रही।

लखनऊ-यशवंतपुर सुपरफास्ट में उठी धुएं की धुंध, टला हादसा

जागरण संवाददाता, रायबरेली। लखनऊ से यशवंतपुर जा रही सुपरफास्ट ट्रेन के एस ई-1 कोच के पहिए के ब्रेक शू रगड़ने लगे, जिससे धुएं जैसा धुंध दिखने पर गार्ड ने आनन-फानन बछरावां स्टेशन पर ट्रेन रुकवाई। घटना की जानकारी होने पर ट्रेन में बैठे यात्रियों में अफरा तफरी मच गई। कुछ देर के लिए सभी यात्री उतर कर स्टेशन पर आ गए। स्थिति सामान्य होने पर यात्री बोगियों में वापस गए।

ट्रेन के चालक द्वारा पहिए में पानी डालकर ब्रेक शू को बाहर किया। इस दौरान लगभग 25 मिनट तक ट्रेन बछरावां स्टेशन पर खड़ी रही। रायबरेली स्टेशन पहुंचने पर बैगन एवं कैरिज विभाग की टीम ने खराब ब्रेक शू को बदलकर ट्रेन को आगे की ओर रवाना किया।

बछरावां स्टेशन के कार्यवाहक अधीक्षक अनूप कुमार ने बताया कि लखनऊ से यशवंतपुर सुपरफास्ट ट्रेन के पहिए में ब्रेक शू रगड़ करने से खराबी आई थी। यात्रियों को समझा बुझाकर शांत करवा दिया गया था। वैगन एवं कैरिज इंचार्ज अरविंद यादव ने बताया कि टीम लगाकर ट्रेन के ब्रेक शू बदलवा दिया गया है, और ट्रेन रवाना कर दी गई।

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