UP News: खतरे के निशान से बस 30 सेंटीमीटर दूर गंगा, ग्रामीणों की बढ़ी धड़कने
गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 30 सेंटीमीटर दूर है जिसकी वजह से ग्रामीणों की धड़कने बढ़ गईं हैं। अपर जिलाधिकारी प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि गंगा के जलस्तर पर बराबर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ का पानी अभी रिहायशी इलाकों से दूर है। हालांकि इससे निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर ली गईं हैं ।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण गंगा उफान पर हैं। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे आबादी की ओर बढ़ने लगा है। केंद्रीय जल आयोग कार्यालय के अनुसार बुधवार को चेतावनी बिंदु 98.360 मीटर के सापेक्ष 98.060 सेंटीमीटर दर्ज किया गया। जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
कटरी में फसलों की रखवाली करने वाले लोग अपनी गृहस्थी वापस घर लाने की तैयारी करने लगे हैं। ग्रामीण अशोक कुमार, अभिषेक कुमार, सुनील का कहना है कि गंगा में तेजी से पानी बढ़ने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। नालों के माध्यम से बाढ़ का पानी आबादी की ओर धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
डलमऊ तहसील क्षेत्र में प्रशासन की ओर से तीन व सरेनी में दो बाढ़ चौकियां बनाई कर कर्मचारियों की तैनाती की गई है। अपर जिलाधिकारी प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि गंगा के जलस्तर पर बराबर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ का पानी अभी रिहायशी इलाकों से दूर है। बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां कर ली गई हैं।
फिलहाल बाढ़ जैसे हालात नहीं
गंगा का जलस्तर बढ़ने की जानकारी हाेते ही बुधवार को लालगंज की तहसीलदार मंजुला मिश्रा संभावित बाढ़ प्रभावित गांव पूरे शुकरू, पिपरहा का पुरवा, भक्ता खेड़ा, पूरे अहिरन, पूरे भुल्ली, पूरे राम प्रसाद व पुरविहन का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से चर्चा की।
तहसीलदार ने बताया कि सात नाव लगा दी गई हैं। जरूरत पड़ने पर और नावों की व्यवस्था की जाएगी। अभी बाढ़ जैसे हालात नहीं हैं। डलमऊ उपजिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया गंगा बाढ़ क्षेत्र में करीब 13 गांव आते हैं। जलस्तर को देखते हुए 20 नाव व नाविकों की तैनाती की गई है। लेखपालों को क्षेत्र में नियमित भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं।
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