रायबरेली रेलवे स्टेशन में दिखेगा जयपुर का अक्स
जासं, रायबरेली : जो लुक जयपुर के रेलवे स्टेशन का है, कुछ वैसे ही रायबरेली का रेलवे स्
जासं, रायबरेली : जो लुक जयपुर के रेलवे स्टेशन का है, कुछ वैसे ही रायबरेली का रेलवे स्टेशन भी दिखाई देगा। इसे नया ही नहीं, बल्कि विशेष रूप देने पर काम चल रहा है। आने वाले चार-पांच महीने के बाद इस स्टेशन की शोभा देखते ही बनेगी।
रायबरेली रेलवे स्टेशन के इस नए लुक के संकेत शनिवार को दौरे पर आए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सतीश कुमार ने दिए हैं। हालांकि, डीआरएम काम की रफ्तार से काफी खुश नहीं थे। डीआरएम ने कहा कि आठ करोड़ की लागत से रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। इसका काम चल तो रहा है, लेकिन अभी प्रगति काफी धीमी है। बारिश के कारण ऐसा है। पांच-सात दिनों बाद इसमें रफ्तार आएगी। इस बार स्टेशन को विशेष रूप देने के प्रयास किए जा रहे हैं। स्टेशन के वे¨टग हॉल के बाहरी हिस्से का फिर से निर्माण हो रहा है। इसी के साथ फर्श भी पहले से बेहतर बनाई जाएगी। इसके अलावा दीवारों पर तरह-तरह की पें¨टग लगाने की योजना है। ये पें¨टग स्टेशन की शोभा बढ़ाएंगी। उनके साथ वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगतोष शुक्ल, वरिष्ठ मंडल दूर संचार एवं संकेत अभियंता एके ¨सह, रायबरेली रेलवे स्टेशन के अधीक्षक राकेश कुमार समेत अन्य अफसर और कर्मचारी मौजूद रहे। अव्यवस्थाओं पर भड़के, दिए सुधार के निर्देश
निरीक्षण के दौरान डीआरएम को स्टेशन में बदहाली भी देखने को मिली। दफ्तरों के अंदर कहीं फॉल सी¨लग टूटी थी तो कहीं पर बिजली के बोर्ड खुले पड़े थे। इस पर उन्होंने अफसरों को कड़ी फटकार लगाई। तत्काल इन्हें दूर कराने के निर्देश मातहतों को दिए। कहा कि इस तरह की अव्यवस्थाओं की अनदेखी न की जाए। अन्यथा लापरवाही पर कार्रवाई होगी। रेल कर्मियों से किया संवाद
डीआरएम ने रायबरेली के साथ ही दरियापुर रेलवे स्टेशन का भी जायजा लिया। इस दौरान टिकट चे¨कग से संबंधित सभी गतिविधियों की समीक्षा की। वहीं टिकट चे¨कग और ट्रैक पर कार्य करने वाले कर्मचारियों से संवाद स्थापित किया। उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें दूर कराने के लिए अफसरों को निर्देश दिए। इस दौरान बेहतर कार्य करने पर ट्रैक मैन इंद्रलाल की पीठ भी थपथपाई। इसी के साथ उसे दो हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा भी की। वेंडरों ने की कैंटीन शुरू कराने की मांग
रेलवे स्टेशन पर कार्य करने वाले तमाम वेंडर डीआरएम से मिले। सभी ने उनसे कैंटीन बंद होने की समस्या बताई। कहा कि कैंटीन बंद होने से वे सब बेरोजगार हो गए हैं। कैंटीन से सामान लेकर ट्रेनों में बेचकर ही वे अपना परिवार चलाते थे। मगर, टेंडर का समय पूरा होने के कारण अब कैंटीन बंद कर दी गई। इसे जल्द से जल्द शुरू कराया जाए। डीआरएम से मिले भाजपाई
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष अनुभव कक्कड़, जिला महामंत्री जय तलरेजा, धर्मेंद्र सोनकर समेत अन्य कई भाजपाई डीआरएम से मिलने रेलवे स्टेशन पहुंचे। सभी ने चल रहे रेलवे लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के काम को शीघ्र पूरा कराने की मांग की। इस पर डीआरएम ने कहा कि कार्य तेजी से चल रहा है। जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।