यूपी के मंत्री का सोनिया गांधी पर बड़ा बयान, कहा- रायबरेली की जनता ने विषम परिस्थिति में जिताया, लेकिन उन्होंने...
राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल अमेठी की जनता को न्याय नहीं दे पाए तो देश की जनता को कैसे न्याय देंगे। मोदी व योगी की बढ़ती लोकप्रियता से कांग्रेस डर रही है। अबकी बार रायबरेली की जनता कमल के फूल को जिताकर जिला भाजपा को जिताने का मन बना चुकी है।
जागरण संवाददाता, रायबरेली। हार के डर व दस जनपथ के आवास को बचाने के लिए सोनिया ने रायबरेली छोड़ दिया। यह अत्यंत निंदनीय है। यह बात राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि रायबरेली की जनता ने विषम परिस्थिति में उनको जिताया, लेकिन उन्होंने अपने स्वार्थ में यहां के लोगों की भावनाओं को आहत किया है।
राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल अमेठी की जनता को न्याय नहीं दे पाए तो देश की जनता को कैसे न्याय देंगे। मोदी व योगी की बढ़ती लोकप्रियता से कांग्रेस डर रही है। अबकी बार रायबरेली की जनता कमल के फूल को जिताकर जिला भाजपा को जिताने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि अब तक के हर चुनाव प्रियंका ही यहां चुनाव लड़ी, परिणाम सभी ने देखा। जिले में एक भी विधायक नहीं बना पाई। लोकसभा में चुनाव लड़ी तो उनका हारना तय है।
सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता के नाम लिखा पत्र
सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी भावनाएं साझा की। 14 फरवरी को लिखे अपने पत्र में सोनिया ने पारिवारिक रिश्तों की डोर को मजबूत करते हुए पत्र की अंतिम लाइन में भविष्य को लेकर एक बडा संदेश भी दिया है। कहा कि मेरे ससुर फिरोज गांधी को जीत का सेहरा बांध कर दिल्ली भेजा। उनके बाद सास इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री बनाने में रायबरेली की अहम भूमिका निभाई। जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह में रायबरेली के लोगों ने प्यार और जोश के साथ मुझे आगे बढ़ने का साहस दिया।
सोनिया गांधी ने कहा- अगला लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी
सोनिया ने भावुक होते हुए लिखा कि सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया। बढ़ती उम्र और खराब स्वास्थ्य के कारण दिया फैसला रायबरेली की जनता के नाम संबोधित पत्र में उन्होंने लिखा की अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है कि मेरा मन-प्राण हमेशा आपके पास रहेगा। अंत में उन्होंने अपने परिवार से प्रत्याशी को मैदान में उतारने और उसे समर्थन देने के लिए अपील भी की। सोनिया के पत्र से रायबरेली से प्रियंका का चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है।
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