अच्छी खबर: बस नंबर डालते ही दिखेगा ड्राइवर का नाम और एड्रेस, क्या है तरीका?
विभागीय अधिकारियों द्वारा सभी का डाटा आनलाइन कराने का काम तेजी से कराया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था होने पर चालक व परिचालक किसी यात्री से बदसलूकी करने यात्रियों को रास्ते में बस से उतार देने आदि की शिकायतों में कमी आएगी। साथ ही यदि किसी बस की दुर्घटना होती है तो उसके चालक व परिचालक के नाम व पता खोजने में सहूलियत होगी।
कुमार सर्वेश, रायबरेली। परिवहन निगम बसों में सफर करने के दौरान यात्री अब चालक व परिचालक का नाम और पता आसानी से जान सकेंगे। इसके लिए यात्रियों को विभाग की वेबसाइट पर जाकर बस नंबर डालना होगा, जिसके बाद चालक व परिचालक का पूरा ब्यौरा यात्री के सामने आ जाएगा।
परिवहन निगम डिपो में कुल 151 बसें संचालित है। इन बसों में चलने वाले चालक व परिचालक अब अपना नाम व पता नहीं छिपा पाएंगे। चालक व परिचालक की ड्यूटी बस में लगेगी, उस गाड़ी के नंबर पर उनका नाम पता अपलोड किया जाएगा।
विभागीय अधिकारियों द्वारा सभी का डाटा आनलाइन कराने का काम तेजी से कराया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी व्यवस्था होने पर चालक व परिचालक किसी यात्री से बदसलूकी करने, यात्रियों को रास्ते में बस से उतार देने आदि की शिकायतों में कमी आएगी। साथ ही यदि किसी बस की दुर्घटना होती है तो उसके चालक व परिचालक के नाम व पता खोजने में सहूलियत होगी।
बस डिपो से चलने से एक घंटा पहले चालक व परिचालक का नाम पता उनके नंबर डालने पर पता चलने लगेगा। इसके लिए जिले के नाम के सामने यूपीएसआरटीसी डाट फिर बस का नंबर (UPSRTC.XXXXXXXX) डालना होगा।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि चालक व परिचालक का नाम व पता एवं सभी बसों का नंबर वेब साइड में अपलोड किया जा रहा है। चालक व परिचालक द्वारा बस ले जाने से एक घंटे पूर्व ही उनकी जानकारी बस नंबर के साथ अपलोड कर दी जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।यह बहुत अच्छी पहल है। यात्रियों सुविधाओं व उनकी सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इसे लागू किया जा रहा है। यात्री सुविधाएं ही विभाग की प्राथमिकता भी है।
आरके त्रिपाठी, क्षेत्रीय प्रबंधक